प्रदेश सरकार पर्यटन के समग्र विकास के लिए कार्य कर रही है और ईको, सांस्कृतिक, धार्मिक और साहसिक पर्यटन पर विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने आज यहां राज्य में पर्यटन विकास को लेकर मेहित गु्रप के प्रतिनिधि हितेश त्रिवेदी द्वारा एक प्रस्तुतिकरण के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन क्षेत्र में उपलब्ध सम्भावनाओं का दोहन करने का प्रयास कर रही है। जिससे युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मण्डी जिला के जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन, कांगड़ा जिला के बीड़-बिलिंग को पैराग्लाईडिंग और साहसिक खेलों के गन्तव्य, पौंग डेम को जल क्रीड़ाओं और जिला शिमला के चांशल क्षेत्र को शीतकालीन खेलों और स्कीइंग के रूप में विकसित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी शहर को शिव धाम के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित किए जाएंगे, जो पर्यटकों व क्षेत्र की जनता के लिए विशेष आकर्षण होंगे। इस परियोजना के अंतर्गत मण्डी शहर में झील को भी विकसित किया जाएगा, जहां पर गंगा आरती की तर्ज पर ब्यास आरती शुरू की जाएगी।
कहा कि प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे शिमला, मनाली, धर्मशाला इत्यादि में पर्यटकों का दबाव कम करने के लिए सरकार ने ‘नई राहें नई मंजिलें’ योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के नए पर्यटन स्थलों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी।