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CM ने दिया सुझाव- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तरह महात्मा गांधी की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की जानी चाहिए

पी.चंद |

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के आयोजन के लिए गठित राष्ट्र-स्तरीय आयोजन समिति की द्वितीय बैठक में हिस्सा लिया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उप-राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एनटोनियो कोस्टा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कमेटी को सुझाव दिया कि सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तरह महात्मा गांधी जी की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की जानी चाहिए। इसके लिए महात्मा गांधी की स्मृति से जुड़े सभी स्थानों से मिट्टी एकत्रित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों में गांधी जी ने भ्रमण किया उन स्थानों से गांधी जी से सम्बन्धित चीजें एक संग्रहालय में संरक्षित की जानी चाहिए। इस कार्य में युवाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि उन्हें गांधी जी के दर्शन के बारे में जागरूक किया जा सके।   

मुख्यमंत्री ने राज्य में महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती के आयोजन के लिए विभिन्न तैयारियों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को उनके दर्शन और महान विचारों के बारे में जागरूक करने के लिए दृढ़ प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी के विचारों और आदर्शों से विश्वभर में करोड़ों लोगों को प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि गांधी जी के आदर्शों के बारे में उन युवाओं को जानकारी देना अत्यन्त आवश्यक है, जिनका जन्म आजाद भारत में हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए व्यापक जन-जागरूकता अभियान आरम्भ किया गया है। शैक्षणिक संस्थानों में निबन्ध, चित्रकला, वादविवाद प्रतियोगिताओं के साथ-साथ नुक्कड़ नाट्क, लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग, कवि सम्मेलन तथा अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सामाजिक बदलाव में गांधी जी के विचारों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार ने स्वच्छता अभियान को स्वच्छ भारत अभियान के रूप में अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाया है और इसे दृढ़ता से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 3000 स्कूलों और 100 महाविद्यलयों को दो-दो कूड़ादान देने की घोषणा की गई है। इसके साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे है। वन-टाईम-यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर पाबन्दी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के विकल्प के रूप में पत्तों और कागज से जूट के बैग बनाने के लिए स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे प्रदूषण में भी कमी आएगी तथा स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए अन्त्योदय मिशन को प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जा रहा है तथा ग्राम पंचायतों को विभिन्न गतिविधियों के अभिसरण का मुख्य केन्द्र बनाया गया है। उन्होंने कहा कि गरीब और जरूरतमंदों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं जैसे आवास योजना, हिमकेयर योजना, कौशल विकास, आयुष और उज्ज्वला योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 30,593 लोग लाभान्वित हुए, आयुष भारत प्रधानमंत्री योजना के तहत 4.84 लाख लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया और हिमकेयर योजना के तहत 5,50,000 लाभार्थी पंजीकृत किए गए। राज्य सरकार द्वारा लोगों को गत दो वर्षों में 3.50 लाख गैस कनेक्शन दिए गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती के लिए विभिन्न आयोजनों के तहत राज्य भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनी, लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग, विभिन्न प्रकाशनों सहित कई गतिविधियां और भजन संध्याओं  का आयोजन भी किया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, प्रधान आवासीय आयुक्त एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू भी बैठक में मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे।