मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के पनारसा में आयोजित 70वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश में पौधरोपण को एक जन आन्दोलन बनाया जाना चाहिए तथा इसमें बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी सुनिश्चित बनाने के प्रयास होने चाहिए, ताकि वांछित परिणाम प्राप्त किए जा सकें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 25 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें औषधीय पौधे, चौड़ी पत्तियां वाले पौधे और फलदार पौधे भी रोपे जाएंगे। इस लक्ष्य को पांच दिन तक चलने वाले वन महोत्सव अभियान के दौरान प्राप्त करने के प्रयास किए जाएंगे और यह कार्य केवल लोगों की सक्रिय भागीदारी से ही संभव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि इससे जहां वन सम्पदा बढ़ेगी, वहीं ग्रामीणों को अपने पशुधन के लिए पर्याप्त चारा भी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि जंगलों में फल पौधे उगने से जंगली जानवरों को भी भोजन उपलब्ध होगा ताकि जंगली जानवरों के प्रकोप से ग्रामीण भी बचे रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापक पौधरोपण, प्रदेश के पर्यावरण में सन्तुलन बनाए रखने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है तथा कहा कि हम सबको मिलकर ऐसी प्रथाएं आरम्भ करनी चाहिए, जैसे कि फसलों को न जलाया जाना और मवेशियों से चरागाहों को पूरी तरह नष्ट न किया जाना।
उन्होंने कहा कि संयम बरतते हुए सभी संसाधनों का उपयोग किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां का भविष्य भी सुरक्षित रह सके। मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव के अवसर पर अनार का पौधा भी लगाया तथा उन्होंने पौधरोपण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं को पुरस्कार भी प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर वन विभाग के वन्य प्राणी विंग द्वारा प्रकाशित की गई एक पुस्तक का भी विमोचन किया।