मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के सराज क्षेत्र में जंजैहली पर्यटन उत्सव-2019 के समापन समारोह की अध्यक्षता की। इस दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि क्षेत्र में स्वास्थ्यवर्धक वातावरण, मनमोहक दृश्य और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण पर्यटन के व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। राज्य सरकार जंजैहली क्षेत्र को देश के सबसे लोकप्रिय ईको पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जयराम ठाकुर ने सराज कला मंच के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की, जिससे कार्यक्रम का आयोजन उपयुक्त तरीके से किया जा सके। उन्होंने जंजैहली में मिनी सचिवालय के निर्माण के लिए तीन करोड़ रुपये देने की घोषणा की, जिससे सभी प्रमुख कार्यालय एक परिसर में लाये जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उत्सव का आयोजन क्षेत्र की बहुमूल्य सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित करने का एक माध्यम है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शिमला, मनाली, कुल्लू धर्मशाला इत्यादि कई पर्यटक स्थल हैं, परन्तु राज्य में कुछ ऐसे अनछुए गंतव्य हैं। जिनका पर्यटन की दृष्टि से विकास करना आवश्यक है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने थुनाग में छारी खड्ड से टांडी और सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए 2.68 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ जलापूर्ति योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने 75.70 करोड़ रुपये की लागत से लम्बाथाच में लम्बाथाच-च्यूणी-शाराधार-नारायबगढ़-थाची सड़क के स्तरोन्यन के लिए भूमि पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री ने लगभग 2.60 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जरोल में निर्मित होने वाली विज्ञान प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। उन्होंने 43.45 लाख रुपये से तहसील थुनाग की ग्राम पंचायत तुन्गाधार, बंग और जंजैहली में भलवार गांव की आबादी के लिए जलापूर्ति योजना का शुभारम्भ किया, जिससे क्षेत्र की तीन पंचायतों के लोगों को जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी। जयराम ठाकुर ने लगभग 6 करोड़ रुपये से जंजैहली में निर्मित किए गए 33 के.वी. सब-स्टेशन की आधारशिला भी रखी।