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प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ कार्यक्रम समाज के लिए बना प्ररेणा स्रोत: मुख्यमंत्री

पी. चंद, शिमला |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम देश के लोगों विशेषकर युवाओं के लिए प्ररेणा का एक बड़ा स्रोत बनकर उभरा है। यह बात मुख्यमंत्री ने आज यहां शिमला के नजदीक घणाहटी में स्थानीय लोगों के साथ प्रधानमंत्री का ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने के बाद अपने संबोधन में कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश के लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया है क्योंकि यह न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि जानवरों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले से ही प्लास्टिक के थैलों और प्लास्टिक से बनी हुई एक बार इस्तेमाल होने वाली और स्वाभाविक रूप से नष्ट नहीं होने वाली सामग्री से बनी वस्तुओं पर रोक लगाई है।

प्लास्टिक से बनी कप-प्लेट और पाॅली बैग इत्यादि प्रदेश में इस्तेमाल नहीं हो रहे हैं। हिमाचल आने वाले पर्यटकों से भी पॉली बैग और थर्मोकॉल से बनी कटलैरी का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया गया है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि नरेंद्र मोदी के रूप में देश को मजबूत और गतिशील नेतृत्व मिला है। उनके ‘मन की बात’ कार्यक्रम से लोगों, विशेषकर युवाओं को देश और समाज के प्रति विकासात्मक कार्य करने की प्ररेणा मिलती है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने विश्व में भारत के प्रति लोगों की सोच बदल दी है। वह जहां भी जाते हैं, विश्व के नेता उन्हें सुनने के लिए उत्सुक रहते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से नशे से दूर रहने का आग्रह किया है, जो एक बहुत बड़ी सामाजिक बुराई है और समाज के उत्थान में खतरा बनी हुई है। उन्होंने हिमाचल के युवाओं से अपनी ऊर्जा को विकासात्मक गतिविधियों में लगाने और इस सामाजिक बुराई के जाल में न फंसने का आहृवान किया।