मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है। लिटरेसी रेट में हम केरल के बराबर पहुंच गए हैं और अब हमारा फोकस क्वालिटी एजुकेशन पर है। नए कॉलेज और स्कूल खोलने के बजाय आधारभूत ढांचा विकसित करने के साथ स्टाफ के लिए कार्य करना जरूरी है, क्योंकि इसमें हम अभी भी कमी महसूस कर रहे हैं। 34 साल बाद नई शिक्षा राष्ट्रीय स्तर पर आई है, भविष्य में इससे शिक्षा का स्वरूप और बेहतर होगा। यह बात मुख्यमंत्री ने शिक्षा बोर्ड के आवासीय परिसर के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।
बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिं के जरिए स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के आवासीय परिसर का उदघाटन और 4.90 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले शिक्षक सदन का वर्चुअली शिलान्यास किया। इस दौरान स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा बनाए गए कुलगीत और प्रार्थनाओं का भी सीएम द्वारा रिलीज किया गया। साथ ही स्कूल शिक्षा बोर्ड के हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत में प्रकाशित त्रिभाषीय समाचार विवरणिका का भी विमोचन किया। इससे पहले यह कार्यक्रम पहले 12 दिसंबर को निर्धारित था, लेकिन सीएम जयराम ठाकुर के दिल्ली दौरे के चलते इस कार्यक्रम को वीरवार को किया गया।
स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि सीएम द्वारा आज वर्चुअली स्कूल शिक्षा बोर्ड के आवासीय परिसर का उदघाटन, शिक्षक सदन का शिलान्यास किया गया है। वहीं, सीएम ने बोर्ड द्वारा बनाए कुलगीत, प्रार्थनाओं को रिलीज किया और बोर्ड की त्रिभाषीय समाचार विवरणिका का भी विमोचन किया। इसी के साथ स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रात:कालीन प्रार्थना सभा की गतिविधियों और बैग फ्री डे को लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई है।