मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिला के 2 दिवसीय दौर पर हैं। मंडी पहुंचते ही आज उन्होंने विपाशा सदन में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की सभी विकास परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा किए जाए जिससे परियोजनाओं की लागत न बढ़े और समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों का इनका लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान गरीब आवासहीन लोगों के लिए विभिन्न आवास योजनाओं के अन्तर्गत लगभग 10 हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। मण्डी जिला में पिछले अढ़ाई वर्षों के दौरान 14 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर एक हजार से अधिक लोगों को विभिन्न आवास योजनाओं के अन्तर्गत लाभान्वित किया गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस में पूरे विश्व को अपनी विकासात्मक प्राथमिकताओं की पुनः योजना तैयार करने पर विवश किया है। प्रदेश के अधिकारियों को भी अपनी प्राथमिकताओं और उद्देश्यों की योजना पुनः तैयार करने की आवश्यकता है, ताकि विकास परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा किया जा सके। विभिन्न विभागों के पास बिना खर्च की गई लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की धनराशि पड़ी है, जिसे चिन्हित कर विकास परियोजनाओं पर खर्च किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा के बाद मंडी प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है और इसमें कोविड-19 महामारी से निपटने में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की संभावना है, इसलिए हर संभव बचाव बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में सड़कों का उचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए और उन परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए, जो निर्माण के अंतिम चरण में हैं। प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को पुनः गति देने के लिए राज्य सरकार ने अनलॉक-4 में कई रियायतें दी हैं। इसे देखेते हुए हमें और सतर्क रहना चाहिए और मास्क के प्रयोग के साथ-साथ परस्पर दूरी बनाए रखना चाहिए ताकि इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके।