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मुख्यमंत्री ने 70 शिक्षकों को सिंगापुर शैक्षणिक यात्रा पर किया रवाना
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2032 तक हिमाचल को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य
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प्रशिक्षण से शिक्षण गुणवत्ता में अभूतपूर्व सुधार, असर रिपोर्ट में हिमाचल शीर्ष पर
Himachal Education Reform: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश के 70 शिक्षकों को सिंगापुर शैक्षणिक यात्रा पर रवाना किया। यह यात्रा राज्य सरकार की शिक्षा में नवाचार और गुणवत्ता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इस दल में प्रदेश के सभी श्रेणियों के शिक्षक शामिल हैं जिन्हें सिंगापुर की प्रसिद्ध प्रिंसिपल्स अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक अनुभव शिक्षकों के ज्ञान और शिक्षण कौशल को निखारेगा, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि हिमाचल प्रदेश वर्ष 2032 तक देश का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा क्षेत्र में सरकार द्वारा आरंभ किए गए व्यवस्था परिवर्तन के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। असर रिपोर्ट (जनवरी 2025) के अनुसार हिमाचल के बच्चों का पढ़ाई का स्तर देश में सबसे बेहतर पाया गया है। साथ ही राज्य स्तरीय सैंपल सर्वे में भी बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।
उन्होंने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव की आवश्यकता है और सामान्य ज्ञान को अनिवार्य विषय के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी बताया कि मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना, राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल, और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जैसी योजनाएं प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि अब तक 267 शिक्षक सिंगापुर प्रशिक्षण यात्रा पर भेजे जा चुके हैं और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। यह महज भ्रमण नहीं, बल्कि गुणवत्ता आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षा प्रणाली को नई दिशा देने की ऐतिहासिक पहल है।
उन्होंने बताया कि अब सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी विदेश शैक्षणिक यात्राओं पर भेजा जा रहा है, ताकि वे भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव प्राप्त कर सकें।
सचिव शिक्षा राकेश कंवर, राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा, विधायक संजय अवस्थी और अन्य गणमान्य अधिकारियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को शैक्षणिक किट भी भेंट की और उनसे अनुभव साझा करने का आग्रह किया।