बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरे को लेकर शिमला में रावण दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दशहरे को शिमला के जाखु और संकट मोचन में रावण के पुतले का दहन होगा। जाखु मंदिर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रिमोट का बटन दबाकर रावण का दहन करेंगे। रावण दहन के लिए बनाए जा रहे पुतले का निर्माण मुस्लिम समुदाय से सम्बंध रखने वाले कारीगर कर रहे हैं जो अपने आप मे अलग बात है। पंजाब के मोगा से आए मुस्लिम कारीगर इन पुतलों को बना रहे हैं।
कारीगरों का कहना है कि जो हुनर उन्हें अल्लाह ने बख्शा है वे उसका इस्तेमाल दो धर्मों के लोगों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल करते आ रहे हैं। मुस्लिम समुदाय से होने के बावजूद वे रावण के पुतले बनाने के लिए जो नियम हैं उन सभी का पालन करते हैं। यह केवल धर्म ही नहीं बल्कि दिलों को जोड़ने का काम भी है। जाखू मंदिर में इस बार रावण का 45 फुट, मेघनाथ और कुम्भकरण का 40 फुट का पुतला बनाया गया है जिनका मुख्यमत्री जयराम ठाकुर रिमोट से दहन करेंगे। इससे पहले शिमला के राम मंदिर से राम और रावण का दल जाखू मंदिर पहुंचेंगे और दोनों दलों के बीच का युद्ध लोगो को दिखाया जायेगा।
वंही, दशहरा उत्सव को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने बताया की जिला प्रशासन द्वारा जाखू मंदिर में दशहरा उत्सव की पूरी तेयारिया कर ली गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में दशहरा उत्सव में भाग लेंगे और रावण, कुम्भकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन करेंगे।
अमित कश्यप ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा हिमाचल पथ परिवहन निगम की टेक्सियो का शहर के विभिन्न हिस्सों जिनमे की लिफ्ट, छोटा शिमला कार पार्किंग, संजोली पार्किंग, फाइव बेंच और रिज़ के पास से टेक्सियो का उचित प्रबंध किया जाएगा ताकी लोगो को जाखू जाने के लिए किसी तरह की समस्या ना हो। जिला उपायुक्त अमित कश्यप ने बताया की लोग साढ़े 3 बजे तक अपनी गाड़ियो को भी जाखू मंदिर तक ले जा सकते हैं। लेकिन उसके बाद गाड़ियो को नहीं जाने दिया जाएगा ताकी जाम की स्थिति न पैदा हो।