मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उद्यमियों से 7 और 8 नवम्बर को धर्मशाला में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर मीट को सफल बनाने में अपना सहयोग देने का आग्रह किया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की प्रगति और विकास में उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि उद्योग प्रदेश में न केवल लाखों युवाओं को रोज़गार के अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं, बल्कि करोड़ों रुपये के करों के माध्यम से प्रदेश के खजाने में भी योगदान दे रहे हैं। सरकार उद्यमियों को उत्तम वातावरण उपलब्ध करवाना भी सुनिश्चित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अब ‘ईज़ ऑफ डूइंग रिफऑर्मस’ में ‘फास्ट मूवर्स’ की श्रेणी में शीर्ष स्थान पर है और सिंगल विंडो के माध्यम से निवेशकों को सेवाएं उपलब्ध करवाने में दक्षता, पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है। बीबीएनआईए प्रदेश में तेजी से औद्योगिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इस क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर बुनियादी ढांचे को मजबूत करना सुनिश्चित कर रही है। उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से पिन्जौर-बद्दी-नालागढ़ सड़क में फोर-लेनिंग का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि इनमें ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन एक महत्वपूर्ण निर्णय है। प्रदेश उद्यमियों को प्रदूषण रहित पर्यावरण, निवेश-मित्र नीतियां, जिम्मेदार और जवाबदेह प्रशासन आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है। यह सभी विशेषताएं हिमाचल प्रदेश को निवेशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने में सहायक सिद्ध होंगी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अब तक 79,000 करोड़ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले उद्यमी स्थानीय उद्यमियों के सक्रिय सहयोग के बिना प्रदेश में निवेश नहीं कर सकते हैं। इसलिए उन्हें उद्योग स्थापित करने में स्थानीय उद्यमियों के सहयोग की सदैव आवश्यकता रहती है। उन्होंने क्षेत्र के उद्यमियों को ग्लोबल इन्वेस्टर मीट में सक्रिय रूप से भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया तथा उन्हें प्रदेश के विकास में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी अपनी उपस्थित से इस ग्लोबल इन्वेस्टर मीट की शोभा बढ़ाएंगे।