देहरा से हरिपुर सड़क के कार्य मे विभाग बड़ी लापरवाही से काम कर रहा है और इसमें कुच्छ प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की बू आ रही है। यह बात देहरा के भाजपा युवा नेता सुकृत सागर ने कही। उन्होंने कहा कि आज से लगभग साढ़े तीन साल पहले देहरा के पूर्व विधायक रविन्दर सिंह रवि ने हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के सहयोग से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से केंद्रीय सड़क निधि से 10 करोड़ रुपए इस सड़क के लिए स्वीकृत करवाए थे लेकिन इस सड़क की आज बदतर स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस सड़क का टेंडर मई 2018 में ही अवार्ड हुआ था और आज तक इस सड़क का काम पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन अभी तक इसका काम सिर्फ 20 प्रतिशत ही पूरा हुआ है।
उन्होंने और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि इस सड़क पर कुल 55 के करीब छोटी बड़ी पुलियां बननी थी जिसमें अभी तक सिर्फ 21 छोटी पुलियों का ही निर्माण हो पाया है। इसके साथ वी शेप ड्रेन बननी थी जिसका अभी तक काम ही शुरू नहीं हुआ है। पूरी सड़क में सिर्फ 15 प्रतिशत डंगे तथा पैराफिट लगे है 17 किलोमीटर की इस सड़क में सिर्फ छः किलोमीटर के आसपास ही सोलिंग हुई है। इसके अलावा 19 किलोमीटर स्टोन, 128 हेक्टोमीटर, 39 अलग अलग तरह के साइन बोर्ड अभी तक नहीं लगे हैं। इस सड़क पर 700 मीटर पेवर्स डालने थे जिसमें से सिर्फ 350 मीटर के आसपास ही अभी तक डाले गए हैं। 17 किलामीटर की इस सड़क पर दो साल बीत जाने के बाद भी अभी तक एक इंच भी टारिंग नहीं हुई है।
सुकृत सागर ने कहा कि इस सड़क के काम का बेड़ा गर्क इस काम को सबलेट करने की वजह से हुआ है जिस ठेकेदार को यह काम दिया गया था उसने स्वयं यह काम नही किया तथा आगे यह काम पहले कुच्छ स्थानीय ठेकेदारों को दिया उसके बाद फिर किसी ओर ठेकेदार को दे दिया। उन्होंने कहा कि जिस ठेकेदार को यह काम मिला था उसने किस दबाब में यह काम सबलेट किया यह जांच का विषय है। सुकृत सागर ने कहा कि उन्होंने आज तक उस ठेकेदार की कोई भी मशीनरी यहां काम करती नही देखी जिस ठेकेदार को मुख्यतः यह काम दिया गया था। उन्होंने कहा कि पहले एक रोड़ रोलर के सहारे यहाँ सोलिंग का कुच्छ काम चल रहा था। लेकिन कुच्छ दिन पहले यहां से वह रॉड रोलर भी कहीं ओर शिफ्ट कर दिया गया। इस पूरी सड़क पर सिर्फ 5-6 लोग ही काम कर रहे हैं।
भाजपा युवा नेता ने बताया कि मैंने कुछ समय पहले भी इस सारे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री महोदय से की थी जिसके बाद तत्कालीन अधिशासी अभियंता देहरा ने इस ठेकेदार पर 73 लाख का जुर्माना लगा कर इसका ठेका रद्द करने की सिफारिश मुख्य अभियंता से की थी लेकिन बाद में किसके दबाब में यह ठेका मुख्य अभियंता ने रद्द नहीं किया और क्यों इस ठेकेदार को ओर ज्यादा समय दिया गया इसकी जांच होनी चाहिए। आज दो साल बाद इस सड़क का काम सिर्फ 20 प्रतिशत ही हुआ है। इस हिसाब से तो इसका काम पूरा होने में अभी 8 साल ओर लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इस सड़क के लिए और देहरा की जनता को वेहतर सुविधा मिल सके इसके लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और जहां भी उन्हें यह लड़ाई लड़नी पड़ेगी वह लड़ेंगे और ही सकता है कि जल्द हम लोक निर्माण विभाग का घेराव करें सुकृत सागर ने इस सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस सड़क निर्माण के लिए यहां पर उक्त ठेकेदार या कंपनी का कोई साइट इंजीनियर नही होता है। प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री महोदय प्रदेश के चौमुखी विकास में लगे हुए है। देहरा में हो रही लापरवाही और भ्रष्टाचार अभी तक शायद उनके ध्यान में नहीं आए है लेकिन वह जल्द यह सारा मामला उनके संज्ञान में ला कर जांच या विजिलेंस जांच की मांग करेंगे।
क्या कहते हैं देहरा के एक्स ई एन
देहरा एक्स ई एन अजय शर्मा ने बताया कि ठेकेदार को समय दिया था पर वह समय पर काम नहीं कर पा रहा है मेरे से पहले भी पेनाल्टी लगाई गई थ । कॉन्ट्रैक्टर मैनेजमेंट मीटिंग में इसने वादा किया था कि 30जून तक काम पूरा कर देगा उसके लिए दिए समय अनुसार यह काम नहीं कर पाया जिस गति से उसे करना था और अव इस केस को टर्मिनेशन के लिए भेज दिया है और कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट की शर्तो अनुसार कारवाही की जाएगी