सेब सीजन पूरे पीक पर है लेकिन शिमला के संपर्क मार्गों के हालात खराब है। जिसको लेकर जिला प्रशासन को शिकायत की गई है लेकिन, कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। पीडब्लूडी कुछ संपर्क सड़कों की मुरम्मत ये कह कर नहीं कर रही है कि ये सड़कें उनके अधीन नहीं आती है। पीएम मोदी ने सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की घोषणा तो की लेकिन, उसको जमीनी हकीकत में नहीं उतारा है।
कांग्रेस नेता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य कुलदीप राठौर ने केन्द्र सरकार पर बागवानों से वादाखिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि इससे किसानों बागवानों का नुकसान हो रहा है। जीएसटी की मार भी सेब की फसल पर पड़ रही है। बदले में प्रदेश सरकार ने मात्र 50 पैसे समर्थन मूल्य बढ़ाकर 700रुपए किया जो कि 1500 रुपये होना चाहिए था।
बागवानी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर पर निशाना साधते हुए कुलदीप राठौर ने बताया कि वह अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं। 1000 करोड़ का जो बागवानी पैकेज आया है उस पर भी धांधली का संदेह जताया हैं। रिक्त पड़े पदों पर भी सरकार अपने चहेतों को लगा रही है। पिछले दिनों ट्रक की हड़ताल से बागवानों को काफ़ी नुकसान हुआ लेकिन प्रदेश सरकार सोई रही।