सीमेंट कम्पनियों ने करोना संकट के बीच चुपचाप से सीमेंट के प्रति बैग 10 से 15 रुपए दाम बढ़ा दिए हैं। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में इसे कम करने बारे निर्णय होना चाहिए था लेकिन अफसोसनाक है कि इस बारे कोई भी चर्चा या निर्णय नहीं लिया गया।इसका यही अर्थ है की सरकार ने पर्दे के पीछे कंपनियों के साथ मिलीभगत करके अपनी मौन सहमति दे दी है।
ये आरोप प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज जारी एक प्रेस बयान में लगाए है ।उन्होंने कहा कि यही नहीं सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर भी वैट बढ़ा दिया है जबकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट आ चुकी है । दूसरी ओर खनन माफिया ने भी रेता,बजरी के दाम अचानक बढ़ा दिए हैं और सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। सरकार संकटग्रस्त जनता की जेब पर इस संकट के दौर में भी डाका डाल रही है जिसकी कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस दौर में जहां किसानों के लिए सरकार को विशेष राहत पैकेज और आम जन को विशेष राहत देनी चाहिए थी जबकि प्रदेश सरकार ने इन महत्वपूर्ण विषयों पर चुप्पी साधे रखी।इसका यही अर्थ है कि सरकार खनन माफिया, सीमेंट माफिया,शराब माफिया के साथ मिली हुई है।उन्होंने कहा कि सरकार को केंद्र से विशेष आर्थिक पैकेज प्राप्त करना चाहिए और बेरोजगारों के लिए बेरोज़गारी भत्ता दिया जाना चाहिए।