विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कोरोनो (COVID-19) को महामारी घषित करने के बाद भारत सरकार ने विदेशी नागरिकों की देश में एंट्री पर एक महीने के लिए बैन लगा दिया है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक अहम बैठक में संक्रमण को रोकने के लिए 15 अप्रैल तक सभी वीजा निलंबित करने का फैसला लिया है। उधर, हिमाचल प्रदेश सरकार भी इस फैसले के बाद पहले से ज्यादा सतर्क हो चुकी है। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता को कोरोना से सावधान रहने की अपील की। उन्होंने सदन को बताया स्वास्थ्य विभाग इसके लिए पूरी तरह से अलर्ट है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया कि हिमाचल में 428 लोग कोरोना प्रभावित देशों से हिमाचल आए हुए हैं। इनमें से 268 लोगों की जानकारी 'बीयूरो ऑफ इमिग्रेशन' से जबकि 160 ने निजी तौर पर जानकारी दी। प्रदेश में 4 संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली स्थित एम्स भेजा गया था, लेकिन गनीमत की बात यह है कि इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। 5 मार्च 2020 को भारत सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर सामूहिक सभाओं और समारोह पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद 6 मार्च को हिमाचल सरकार ने सभी जिलों को सार्वजनिक सभाओं को रोक लगाने के निर्देश दे दिए। सीएम ने बताया कि सिर्फ जरूरी सभाओं को पूरी सावधानी से आयोजित करने की हिदायत दी गई है।
वैसे अभी तक हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित किसी भी शख्स की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन, देश के दूसरे हिस्सों में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के 72 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। हिमाचल के लोगों को खास तौर पर विदेश या देश के उन हिस्सों में यात्रा पर परहेज बरतना होगा, जहां पर इस वायरस से संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। अभी तक देश में की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में 6 भारतीय, हरियाणा में 14 विदेशी, केरल में 17 भारतीय, राजस्थान में एक भारतीय औऱ 2 विदेशी, तेलंगाना में एक, उत्तर प्रदेश में 10 भारतीय और एक विदेशी, लद्दाख में 3, पंजाब में एक, कर्नाटक में 4 और महाराष्ट्र में अभी तक 11 लोगों की पुष्टि हो चुकी है।