एनआईटी हमीरपुर कोविड केयर सेंटर में कई समस्याएं/कमियां सामने आ रही हैं। सरकार और प्रसाशन मरीजों को उचित सेवाएं नहीं दे पा रहीं है और नमूनों की जांच रिपोर्ट में कोई पारदर्शिता नहीं दिखाई जा रही अर्थात रिपोर्ट उनके नमूना या रिपोर्ट रोगियों को नहीं दी जा रहीं है। कोविड पॉजिटिव के लिए कोई वांछित/उचित इलाज नहीं दिया जा रहा और रोगियों को दी जाने वाली दवाएं पीसीएम, सिट्राजिन और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स हैं। डब्ल्यूएचओ विटामिन सी के डॉक्टरों के अनुसार, केडीए बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन कई रोगियों को कुछ भी नहीं दिया गया है।
जो भी कारण हैं अर्थात दवाओं की कमी है, ड्यूटी स्टाफ और डॉक्टरों का कोई रोस्टर (संपर्क नंबर कहीं भी नहीं लिखा जाता है) ताकि मरीज उन्हें समस्याओं में बुला सकें। लिखे गए नोट जुलाई महीने के हैं, वॉश रूम और शौचालय की सबसे खराब स्थिति।
भोजन की गुणवत्ता और मात्रा अच्छी नहीं है। नाश्ता, दोपहर और रात के खाने का कोई शेड्यूल नहीं। नमूने की प्रक्रिया मानदंडों के अनुसार नहीं है। पीजीआई और डब्ल्यूएचओ के डॉक्टरों के अनुसार सात दिन के अंतराल के बाद सैंपल लिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसके अलावा यदि नमूना केवल तीन बार के लिए लिया जाना चाहिए उसके बाद कोविड रोगी को घर के अलगाव में स्थानांतरित कर दिया जाए क्योंकि वह गैर-रोगसूचक है। घर पर की जाने वाली देखभाल से बेहतर तो कोविड देखभाल केंद्र है। ड्यूटी डॉक्टर मरीजों की जांच के लिए नहीं आ रहे हैं। आवारा कुत्ते और बंदर कोविड देखभाल केंद्र में हैं। परिसर और कमरों की कोई उचित सफाई कोविड देखभाल केंद्र में नहीं की जा रही है।