कांगडा जिला में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि जब से जिला कांगडा में यह संक्रमण आया है तब से लेकर अभी तक 59528 कंर्फम केस हैं। इसमें से 1636 एक्टिव केस हैं और इस संक्रमण से 1206 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग के पास जिला में 80 एक्टिव केस थे लेकिन वह आंकडा अब बढ़कर 1636 हो गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ने के कारण जिला में पॉजिटिविटी रेट भी बढ गया है। स्वास्थ्य विभाग के आंकडों के अनुसार 29 दिसंबर को 1.2 प्रतिशत था जो अब बढ़कर 15.94 प्रतिशत पहुंच गया है और यह सभी के लिए एक चिंता का विषय है ।
जिला में पाए गए ओमिक्रोन के 9 मामले
सीएमओ ने बताया कि 15 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक 46 सैंपल जांच के लिए के भेजे गए थे जिसमें से 37 सैंपल कोरोना संक्रमण से अलग पाए गए और 9 सैंपलों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। इसमें से एक विदेशी नागरिक भी शामिल था और बाकी 27 सैंपलों में डैल्डा वेरियंट पाया गया है। उन्होंने बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन लोगों की मानिटरिंग की गई तो उसमें सुखद पहलु यह रहा कि यह सभी लोग इस संक्रमण से रिकवर होकर स्वास्थ्य हैं। इन आंकडो के अनुसार यह पता लगाया जा सकता है कि जिला कांगडा में जो संक्रमण फैल रहा है वह डैल्टा और ओमिक्रोन वेरियंट के कारण हो रहा है ।
उन्होंने बताया कि जनवरी माह में स्वास्थ्य विभाग के पास 17166 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि 1636 लोगों में से 43 लोग ऐसे हैं जो जिला के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं वह उनका उपचार चला हुआ है। सीएमओ ने जिला कांगडा के लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को खांसी जुकाम जैसे लक्ष्ण आते हैं तो वह तुरंत अपना टैस्ट करवाए ।
सीएमओ ने कहा कि अब यह बताना भी कठिन हो गया है कि किस व्यक्ति में यह बिमारी गंभीर होगी उसका आंकलन अब मरीज को देखकर करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने में कोविड से मरने वालों का आंकडा मात्र 7 था लेकिन पिछले शाम तक आंकडो के मुताबिक जनवरी महीने में 27 लोग इस संक्रमण के कारण अपनी जान गवां चुके हैं।