हिमाचल प्रदेश में सरकार की नोटिफिकेशन के बाद खनन को लेकर नियम कड़े कर दिए गए हैं। इन नियमों के विरोध में ही अब हिमाचल प्रदेश में क्रेशर यूनियन धरने पर बैठी थी। लेकिन अब क्रेशर यूनियन और ट्रक यूनियन का धरना युद्ध वाली गुफा में बनता नज़र आ रहा है। एक तरफ जहां मंडी और सिरमौर जिले में क्रेशर का काम शुरू हो गया है। क्योंकि वहां पर बताया जा रहा है कि सरकार के नोटिफिकेशन का कोई विशेष असर नहीं हुआ है जिसके कारण क्रेशर में चट्टानों का प्रयोग अधिक होना बताया गया है।
बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना जैसे इलाकों में खड्डों और नालों का प्रयोग क्रेशर के लिए अधिक होता है और जो नियम सरकार ने बनाए हैं वह ज्यादातर प्रभावित भी इन्हीं लोगों को करते हैं। यही कारण है कि स्ट्राइक अभी तक खत्म नहीं हुई है और 2 जिलों के अलावा बाकी सभी जगह प्रदर्शन जारी है।
क्रेशर यूनियन हमीरपुर के सचिव आशीष शर्मा का कहना है कि सरकार से बातचीत चल रही है और सरकार कृषकों से मिले रोजगार जैसी बातों को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि क्रेशर नहीं चलने से कई घरों के चूल्हे चलाना मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि गाड़ियां खड़ी हो चुके हैं।