जिस कानून व्यवस्था की दुहाई देकर बीजेपी सत्ता तक पहुंची है आज उसी कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। ये हम नहीं सरकारी आंकड़े कह रहे है कि हिमाचल में नई सरकार बनने के बाद अपराध कम होने के बजाए बढ़ता नज़र आ रहा है। हिमाचल प्रदेश में आपराधिक घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है।
2018 के पहले तीन महीनों में ही हिमाचल में अपराध चरम पर पहुंच चुका है। तीन माह में ही 4617 आपराधिक मामले हिमाचल के विभिन्न थानों में दर्ज हुए है। इन अपराधों में महिलाओं के साथ रेप के 71 मामले दर्ज हुए जबकि, हत्या के 21 मामले इस दौरान सामने आए हैं।
पिछले साल यानी कि 2017 में प्रदेश में कुल 17799 मामले दर्ज हुए थे। औसतन माह का आंकड़ा निकाला जाए तो 1483 मामले दर्ज हुए। इस हिसाब से पहले तीन महीनों का आंकड़ा देखा जाए तो अभी आपराधिक मामलों के दर्ज होने की संख्या बताती है कि ये संख्या पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हैं। वैसे इन मामलों में सबसे ज्यादा संख्या 725 हादसों की हैं जिनमें 257 लोगों की जान चली गई।