शेयर मार्केट में आई मंदी की वजह से न्यू पेंशन स्कीम के कर्मचारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इस आशय की जानकारी देते हुए नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजिंदर मन्हास ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में हर कर्मचारी को लगभग 25 हजार से लेकर 50 हजार का नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी का पैसा जबरदस्ती शेयर बाजार में लगाया जाता है और शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव से कर्मचारी की एनपीएस जमा राशि पर फर्क पड़ता है। इसी कारण पिछले कुछ दिनों में ही कर्मचारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है जिससे कर्मचारियों में व्यापक रोष बना हुआ है।
एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद्य ने कहा पिछले एक ही दिन में हर कर्मचारी का लगभग जमा राशि 5 हजार से लेकर 15 हजार रूपये कम हो गई जिससे कर्मचारी स्तब्ध हैं। एसोसिएशन के कांगड़ा महासचिव अनीश धीमान ने कहा की सरकार नई पेंशन स्कीम कर्मचारियों के पैसे के साथ जुआ खेल रही है जिसमें सरकार अपने साथ साथ कर्मचारियों का पैसा भी डूबा रही है। राज्य मीडिया प्रभारी पंकज शर्मा और जिला कांगड़ा मीडिया प्रभारी अलका गिल ने कहा कि सरकार अगर चाहे तो यह पैसा शेयर मार्केट में ना लगाकर देश हित में खर्च करें तो कर्मचारी भी अपने आप को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।
राज्य मुख्य प्रवक्ता सुभाष शर्मा सहित कई लोगों और नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन जिला कांगड़ा के 21 ब्लॉक प्रधान ने सरकार से आग्रह किया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार इस पैसे को अपने पास रख कर राज्य हित में इस्तेमाल करे तो शायद सरकार को खुद पैसे की तंगी ना झेलनी पड़े। बार-बार ऋण लेने की भी जरूरत ना पड़े क्योंकि हर माह लगभग 200 करोड़ रुपये हिमाचल प्रदेश सरकार एनपीएस कर्मचारियों का शेयर बाजार में भेजती है। इस पैसे पर कर्मचारी को देने बाला ब्याज सरकार के द्वारा लिए गए ऋण के ब्याज से बहुत कम होगा और कर्मचारी भी सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि सरकार इस सुझाव पर जरूर गौर करेगी।