हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला मुख्यालय स्थित देवसदन के सभागार में 22 वीं सूत्रधार होली संध्या धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में समाजसेवी सुभाष चन्दर शर्मा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में कुल्लू के प्रचलित पारंपरिक होली गीतों और राम कुमार कपूर के द्वारा रचित होलियों का गायन सूत्रधार कला संगम के कलाकारों द्वारा किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
इस कार्यक्रम में रात करीब 11 बजे तक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन चलता रहा जिसमें दो दर्जन कलाकारों ने भाग लेकर अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने कहा कि आज के युग में जबकि लोग अपनी पुरानी परंपरा को भूलते जा रहे हैं। ऐसे में सूत्रधार कला संगम अपनी समृद्ध संस्कृति का संरक्षण कर रहा है। सूत्रधार कला संगम होली संध्या के अतिरिक्त सूत्रधार संगीत अकादमी, नृत्य अकादमी के साथ-साथ समाज सेवा और कई विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।
इस संस्था के अध्यक्ष दिनेश सेन ने बताया कि कुल्लू में भगवान रघुनाथ जी के आगमन के साथ ही यहां पर होली गायन की परंपरा थी, लेकिन परंपरा विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई थी। 22 साल पहले सूत्रधार संस्था ने इसके संरक्षण की बीड़ा उठाया और आज तक होली संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।