Himachal Villagers Protest Tax Burden: हमीरपुर जिले की दडूही पंचायत के ग्रामीण सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और नगर निगम में शामिल न किए जाने की गुहार लगाई। पंचायत प्रधान उषा बिरला के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपायुक्त अमरजीत सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पंचायत के अधिकतर लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं और वे नगर निगम का भारी टैक्स देने में सक्षम नहीं हैं।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि दडूही पंचायत को नगर निगम में शामिल करने से पहले स्थानीय लोगों की राय ली जानी चाहिए। पंचायत प्रधान उषा बिरला ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द फैसला नहीं लिया गया तो ग्रामीण सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार से दो सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर निर्णय लेने की अपील की है।
पंचायत प्रतिनिधि दलजीत कुमार, सुनील कुमार, बलवीर चंद, दीप कुमार, राजीव कुमार, वतन सिंह सहित कई अन्य ने कहा कि नगर निगम में शामिल होने के बाद भूमि और मकानों पर अधिक टैक्स देना पड़ेगा, जो कि ग्रामीणों के लिए असंभव है।
ग्रामीण फीलू राम ने चिंता जताई कि 20 से 30 कनाल भूमि पर मकान बनाने के बाद भारी टैक्स देना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को नगर निगम में शामिल करने से पहले उनकी स्थिति और राय का सम्मान किया जाना चाहिए।
पंचायत प्रधान उषा बिरला ने उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश सरकार को एक पत्र भेजते हुए मांग की है कि दडूही पंचायत को जल्द से जल्द नगर निगम से बाहर किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत के लोग अपनी पंचायत व्यवस्था के तहत ही रहना चाहते हैं और नगर निगम में शामिल होने के सख्त खिलाफ हैं।