बिलासपुर में आयोजित किए जा रहे जिलास्तरीय रेडक्रॉस मेला का आयोजन किया जाएगा। इसमें विभिन्न एक्टिविटीज के आयोजन को लेकर शेड्यूल तैयार कर लिया गया है। यह आयोजन नगर परिषद ग्राउंड में 14 और 15 दिसंबर को होगा। जिसका शुभारंभ 14 दिसंबर को सुबह साढ़े दस बजे प्रदेश के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। इस बारे में उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने बताया कि साल 2016 में रेडक्रॉस मेले का आयोजन हुआ था और अब तीन साल बाद आयोजन हो रहा है। जिसे भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए इस बार प्रशासन की तरफ से कई नए प्रयास किए गए हैं। रेडक्रॉस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इसके साथ ही चार सौ से ज्यादा लोगों को कृत्रिम अंग वितरित करने का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही रेड्क्रॉस मेले में 100 और 50 बार रक्त दान कर चुके रक्तदाता भी सम्मानित किए जाएंगे
वहीं, उपायुक्त ने बताया कि नैना देवी ट्रस्ट को लेकर बताया कि उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ नयनादेवी को अब जयपुर की तर्ज पर पिंक सिटी बनाया जाएगा। आमजन और ट्रस्टियों के सुझावों पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने योजना पर काम शुरू कर दिया है। मां नयना के मंदिर संग पूरे एरिया के मकानों को व्हाईट के साथ पिंक कलरयुक्त किया जाएगा। पूरे एरिया को सोलर लाईटों से लैस किया जाएगा जिससे रात के समय दूर-दूर से नयनादेवी दूधिया रोशनी में नहाया हुआ प्रतीत होगा। मंदिर की व्यवस्था के लिए न्यास प्रशासन की ओर से आधा दर्जन कमेटियां बनाई गई हैं जिनमें ट्रस्टियों को भी भागीदार बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि हालांकि पहले नयनादेवी को व्हाईट सिटी बनाने की योजना थी। लेकिन लोगों की ओर से इस बाबत सुझाए आए हैं कि व्हाईट कम पिंक किया जाए क्योंकि व्हाईट कलर कुछ समय के बाद खराब हो जाता है जिस कारण हर साल मकानों में कलर करवाना संभव नहीं होगा। इस पर अब निर्णय लिया गया है कि जयपुर की तर्ज पर नयनादेवी को व्हाईट एंड पिंक सिटी बनाया जाएगा। इसके लिए कार्रवाई जारी है और जल्द ही इस बाबत आमजन से समन्वय बनाया जाएगा