स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबन्धन हेतु पूर्व तैयारी और आपदाओं के जोखिम को कम करने के लिए ग्राम स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। उपायुक्त कांगड़ा एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राकेश प्रजापति ने बताया कि आगामी 2 अक्तूबर को होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में आपदा प्रबंधन के विषय को लेकर गंभीरता से चर्चा की जाए। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन से निपटने के लिए पंचायती राज संस्थाओं, समुदाय आधारित संगठनों व ग्रामीण समुदाय को प्रशिक्षित और सदैव तैयार रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और आपदा प्रबंधन पर राज्य नीति 2011 के अनुसार ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन कमेटियां बनाना अनिवार्य है। अतः इसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा में यह कमेटियां बनाना आवश्यक हैं।
कमेटी सदस्यों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अध्यक्ष के रूप में पंचायत प्रधान, उपाध्यक्ष उपप्रधान/सचिव अथवा पटवारी, आशा कार्यकर्ता, स्थानीय गैर सरकारी संगठन/युवक मंडल/महिला मंडल, युवा प्रतिनिधि(एनसीसी, एनएसएस, एनवायकेएस), प्रतिनिधि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्थानीय धार्मिक संस्थान के प्रतिनिधि, वार्ड सदस्य/ पंचायत में पड़ने वाले सभी गांवों से प्रतिनिधि एवं स्थानीय प्रशासन के विवेकानुसार अन्य कोई स्थानीय संस्था एवं व्यक्ति सदस्य के रूप में रहेंगे।