कुल्लू जिले के मुख्य शहरों में कूड़े-कचरे की समस्या का अब जल्द ही स्थाई समाधान होगा। उपायुक्त यूनुस ने नगर परिषद कुल्लू को 50 लाख रुपये की राशि गारबेज प्लांट की स्थापना के लिए जारी कर दी है। यह जानकारी उपायुक्त आज यहां आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि कचरा निस्तारण, रिसाईकलिंग और कचरे से ऊर्जा उत्पादन ये सभी कचरा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं जिन पर बारीकी से कार्य कियाक जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि कुल्लू में पालमपुर की आईमा ग्राम पंचायत में स्थापित किए गए कूड़ा-कचरा निदान संयंत्र की तर्ज पर संयंत्र की स्थापना की जा रही है और इसकी निविदा प्रक्रिया सोमवार से आरंभ कर दी जाएगी और संयंत्र अगले दो माह के भीतर हर हाल में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए इन्सीनिरेटर, कम्प्रेशर तथा कम्पोस्ट स्थापित किए जाएंगे और मशीनरी अत्याधुनिक होगी और संयंत्र प्रदूषण मुक्त और एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप होगा। कूडे़ की डंपिंग और और निदान वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा और इस संयंत्र में कम्पोस्ट तैयार की जाएगी जो किसानों और बागवानों की खाद की जरूरत को भी पूरा करेगी।
यूनुस ने बताया कि मनाली में इंदौर की तर्ज पर संयंत्र स्थापित किया जाएगा जिसमें 1.2 मैगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता होगी। इस संयंत्र की स्थापना के लिए संबंधित कंपनी ने प्रस्ताव भेजा है और इसकी बाहरी देशों से आएगी। उन्होंने कहा कि कंपनी ने भूंतर तथा मनाली तथा इसके अलावा साथ लगते क्षेत्रों के पूरे कचरे का इसमें प्रबंधन करने की बात स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि पतली कूहल, नग्गर इत्यादि बड़ी पंचायतों के कलस्टर बनाएं जाएंगे और इन स्थलों का कचरा भी मनाली संयंत्र में समाविष्ट होगा। कचरे को स्वयं कंपनी संयंत्र तक ले जाएगी और इसमें किसी प्रकार की बदबू और रिसाव नहीं होगा।
उपायुक्त ने आम जन मानस से अपील की है कि वे सीवरेज के कनेक्शनों के लिए जल्द से आवेदन करें। इसमें किसी प्रकार की अवहेलना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।