प्रशासनिक दक्षता के साथ-साथ जिला ऊना के डीसी राकेश कुमार प्रजापति मानवीय संवेदनाओं से भी भरपूर है। केवल कार्यालय में फरियादियों का दुख दर्द दूर करना ही उनका लक्ष्य नहीं है, बल्कि कार्यालय से बाहर भी यदि उन्हें कोई तकलीफ में दिखता हैं, तो तुंरत मदद के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे ही उदाहरण डीसी उना ऑफिस के बाहर देखने को मिला।
हुआ यूं कि दोपहर के समय कार्यालय से निकल भोजन के लिए घर जा रहे डीसी ऊना राकेश कुमार प्रजापति की गाड़ी को मुख्य गेट के पास गोद में बच्ची उठाई महिला ने हाथ दे रोका। महिला के दर्द को सुनने के लिए जिलाधीश गाड़ी रोक बाहर आए। महिला ने उन्हें अपनी दिक्कत बताई, जिस पर जिलाधीश स्वयं महिला को अपने साथ लेकर एसपी दिवाकर शर्मा के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने महिला को उचित न्याय दिलवाने के लिए एसपी से कदम उठाने का आग्रह किया।
एसपी दिवाकर शर्मा ने तुंरत महिला पुलिस थाना की एसएचओ को तलब कर गगरेट क्षेत्र के बडोह की निवासी सोनिया देवी पत्नी अविनाश की घरेलू दिक्कत बताई। महिला सोनिया देवी की गोद में पांच वर्षीय दृष्टिहीन बेटी अन्नया रही, जिसके कारण परिवार में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अन्नया की दृष्टिहीनता का मामला पहले से जिलाधीश राकेश कुमार प्रजापति के ध्यान में सीडीपीओ सतपाल द्वारा लाया गया है।
इस मासूम की मदद के लिए डीसी ने पहले ही चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से कदम बढ़ा दिए हैं, जिसके तहत एक लाख रुपये की एफडी बच्ची अन्नया जसवाल के नाम से 18 वर्ष की उम्र तक के लिए बनाई गई है। ताकि बच्ची का भविष्य सुरक्षित हो सके और उसे आर्थिक रूप से कोई दिक्कत न आए। इस एफडी को सौंपने के लिए स्वयं जिलाधीश राकेश कुमार प्रजापति बडोह में सोनिया देवी के घर आगामी दिनों में जाने वाले है।
बच्ची का इलाज भी करवाएंगे
डीसी राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि पांच वर्षीय बच्ची अनन्या जसवाल की दृष्टिहीनता का मामला कुछ समय पहले सीडीपीओ सतनाम के माध्यम से मेरे पास आया था। इस बच्ची की मदद के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। हालांकि बच्ची व उसकी माता से आज पहली बार ही मेरा मिलना हुआ है, उनको घरेलू दिक्कत रही, जिसके चलते एसपी ऊना से मुलाकात करवाई गई है। इस बच्ची का यदि इलाज संभव हुआ, तो प्रशासन की ओर से हर संभव मदद हम करेंगे।