शिमला के बहुचर्चित युग अपहरण एवं हत्या मामले में जिला अदालत में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने तीनों आरोपियों को फांसी की सज़ा सुनाई है। युग के परिजन लंबे समय से इंसाफ चाहते थे आखिकार आज उनको सुकून मिला। आज पुलिस के कड़े पहरे में तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया।
जानकारी के मुताबिक युग हत्याकांड को लेकर जिला अदालत में लगभग 15 महीनों तक ट्रायल चला और इस दौरान 100 से अधिक गवाह पेश हुए। इस हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। आरोपियों तेजेंद्र सिंह, चंद्र शर्मा और विक्रांत बक्शी ने युग को शहर में ही एक पेयजल टैंक में डाल दिया था।
गौरतलब है कि 14 जून 2014 को शिमला के राम बाजार से 4 साल का मासूम युग रहस्मयी ढंग से लापता हो गया था। 2 साल बाद अगस्त 2016 को भराड़ी में पानी के टैंक से युग का कंकाल मिला था। युग को छोड़ने के बदले में आरोपियों ने उसके पिता विनोद कुमार से साढ़े 3 करोड़ की फिरौती मांगी थी। फिरौती न मिलने पर आरोपियों ने उसकी हत्या कर उसके शव को पानी की टैंक में फैंक दिया था।