हिमाचल प्रदेश राज्य आयुर्वेद अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का एक राज्य स्तरीय प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष सूरज नेगी की अगुवाई में प्रदेश के नव नियुक्त स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण व आयुर्वेद मंत्री डॉ राजीव सहजल से लोक निर्माण विश्राम गृह धर्मपुर जिला सोलन में मिला। इस बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट महासंघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश जमवाल ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष सूरज नेगी ने माननीय आयुर्वेद मंत्री को आयुर्वेद विभाग के कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों और समस्याओं बारे में अवगत करवाया जिनमें प्रमुखता से आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की 2012 से लम्भित ग्रेड पे, विभाग में अंशकालिक कर्मचारियों को नियमित करने बारे विस्तार से चर्चा की गयी।
सूरज नेगी ने कहा कि आयुर्वेद विभाग में कार्यरत आयुर्वेद फार्मासिस्ट ही एक ऐसा वर्ग है जो विभाग में एक फार्मासिस्ट के तौर पर नियुक्त होता है और अपना बहुमूल्य जीवन विभाग में कार्य करते हुए एक फार्मासिस्ट के रूप में ही सेवानिवृत होता है जबकि अन्य विभाग में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी राजपत्रित कर्मचारी बन कर सेवानिवृत होता है। लेकिन आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को पदोन्नत्ति तो दूर इनको 2012 से संशोधित ग्रेड पे से भी वंचित रख कर अन्याय किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त सूरज नेगी ने कहा कि विभाग में कई वर्षों से अंशकालीन कर्मचारी और दैनिक भोगी कर्मचारी जो की लम्बे समय से स्थाई होने के लिए तरस रहे है, जिनमें से कुछ कर्मचारी अपना बहुमूल्य समय इस विभाग को दे कर अंशकालिक और दैनिक भोगी कर्मचारी के रूप में ही सेवानिवृत हुए हैं। कुछ सेवानिवृति के कगार पर खड़े हैं, जिसके कारण इन कर्मचारियों में दिन प्रति दिन रोष बढ़ता जा रहा है।
प्रदेशाध्यक्ष सूरज नेगी ने मंत्री महोदय से उपरोक्त फार्मासिस्टों को अविलम्भ संशोधित ग्रेड पे 2012 से प्रदान करने और विभाग के अंशकालीन और दैनिक भोगी कर्मचारियों को तुरंत नियमित करने का अनुरोध किया। आयुर्वेद मंत्री राजीव सैजल ने महसंघ के प्रतिनिधि मंडल के न्यायोचित मांगो को गंभीरता से सुना और जल्द ही आयुर्वेद अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के साथ बैठक कर इन समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया जिसका प्रदेश आयुर्वेद अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने स्वागत करते हुए मंत्री महोदय को भी अपना पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया।