उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई एक दलित युवती के साथ बलात्कार की घटना को लेकर पूरे देश में लोग सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। शिमला में आज विभिन्न संगठनों ने सीटीओ चौक पर धरना प्रदर्शन किया और युवती के लिए न्याय की मांग की। युवती के साथ हुई घटना के लिए उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार और पुलिस को भी कटघरे में खड़ा किया है।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की अध्यक्ष फालमा चौहान ने कहा कि उत्तरप्रदेश में रेप की घटना से आज पूरा देश शर्मसार है। पुलिस पहले छेड़छाड़ की घटना दर्ज करती है और लड़की की मृत्यु के बाद परिवार की गैर मौजूदगी में आधी रात को दाह संस्कार कर देती है। इससे पुलिस व सरकार की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में हैं कि वे किसे बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए और पुलिस के खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए।
वंही, सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि जब से यूपी में योगी सरकार आयी है तबसे अपराध,रेप व दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। उनके विधायक भी रेप के आरोपों में जेल में हैं। सिंघा ने कहा कि सरकार सविधान के अनुसार नही।बल्कि मनुस्मृति के आधार पर शासन कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की अपराधियों पर कार्यवाही की मंशा नही है। युवती जब एफआईआर कराने जाती है आरोपी का नाम बताती है तब भी छेड़खानी का केस दर्ज किया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की न्याय दिलाने के लिए कितनी प्रयासरत है।