डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम मामले का हिमाचल प्रदेश में खासा असर देखा जा रहा है। चंडीगड़ और पंचकूला बंद का प्रभाव हिमाचल के बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। शिमला जिला में आज चंडीगढ़ से आने वाली वस्तुएं नहीं पहुंच पाई खासकर दूध नहीं पहुंच पाया है। बाबजूद इसके शिमला में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सामान्य बनी हुई है। थोक विक्रेताओं द्वारा शिमला शहर में 41000 लीटर दूध और 1600 ब्रैड पैकेट की आपूर्ति की गई है।
ADM राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि शिमला के लिए दूध की आपूर्ति चंडीगढ़, बिलासपुर और दत्तनगर से की जाती है। लेकिन आज चंडीगढ़ से दूध की सप्लाई न होने के कारण बिलासपुर, बीथल व दत्तनगर से अतिरिक्त मात्रा में दूध की आपूर्ति करवाई गई है।
सेब कारोबार पर भी पड़ा विवाद का असर:
वहीं, दूसरी तरफ पिछले दो दिनों में बाबा राम रहीम बबाल ने सेब की रफ्तार में अंकुश लगा दिया है। क्योंकि इस समय प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में सेब सीजन पूरे यौवन पर है। वहीं, सेब सीजन में कई ट्रक रास्ते में ही फंसे हुए है। वर्तमान सेब सीज़न के दौरान राज्य के विभिन्न भागों से अभी तक 11678 ट्रकों के माध्यम से 5257031 सेब की पेटियां विभिन्न मण्डियों तक भेजी जा चुकी हैं, जो कुल 105141 मीट्रिक टन हैं।
वर्ष 2016 में इस अवधि के दौरान 5893039 सेब की पेटियां भेजी गई थीं। प्रदेश की मंडियों से रोजाना कई ट्रक बाहरी राज्यों के लिए जाते हैं, लेकिन पड़ोसी राज्यों में अदालत का फैसला आने के बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया है, जिसके चलते सेब कारोबारियों की चिंता बढ़ती जा रही है।