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सरकार के आश्वासन के बावजूद निजी बसों की हड़ताल बरकरार, पर शिमला में चलेंगी बसें

समाचार फर्स्ट |

निजी बस आपरेटरों की प्रदेश स्तरीय सफल हड़ताल के 24 घंटों के अंदर-अंदर संघ में दरार पड़ गई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश निजी बस आपरेटर संघ की बैठक में न्यूनतम किराया बढ़ोतरी समेत कुछ आश्वासन दिए और आपरेटरों को मंगलवार शाम पांच बजे बाकी चर्चा के लिए मंडी बुलाया है। साथ ही बैठक में उपस्थित ट्रांस्पोर्टरों के साथ हड़ताल वापसी का निर्णय भी हुआ था, लेकि संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर ने दो टूक कह दिया कि उन्हें ये फैसला मंजूर नहीं है।

कांगड़ा, ऊना, सोलन, हमीरपुर, चंबा, मंडी, कुल्लू और बिलासपुर के आपरेटरों ने ऐलान कर दिया कि जब तक मांगें पूरी तरह से मानी नहीं जातीं, हड़ताल चलती रहेगी।

हालांकि, शिमला में ऑपरेटरों ने हड़ताल वापसी का ऐलान कर यूनियन की फूट जाहिर कर दी है। ऑपरेटरों से बैठक में सरकार ने भरोसा दिया कि न्यूनतम किराया पांच रुपए करने के साथ अन्य मुद्दों पर आगामी कैबिनेट बैठक में चर्चा कर ली जाएगी, लेकिन नीजि बस ऑपरेटरों के एक बड़े धड़े ने इसे नामंजूर कर दिया।

उधर, संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने एक ब्यान जारी कर कहा कि समूचे प्रदेश के सभी जिलों में मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मंगलवार तीन बजे मंडी सर्किट हाउस में हम प्रदेश के सभी निजी बस ऑपरेटर इकट्ठे होंगे और आपस में चर्चा करके अंतिम फैसला तय करेंगे। मंगलवार शाम पांच बजे मुख्यमंत्री ने हमें बुलाया है। उनसे चर्चा करके आगे का फैसला वहीं पर लेंगे। सभी से बराबर प्रार्थना है कि वे अपनी हड़ताल जारी रखे और किसी के बहकावे में नहीं आएं। केवल मात्र प्रदेश की शिमला शहर की लोकल यूनियन ने हमारे साथ गद्दारी की है। इस बारे में मंडी में चर्चा करके सभी जिलों में उनके पुतले जलाने का इंतजाम करेंगे।