मंडी जिला में रविवार आधी रात को आए भयंकर तूफान ने जिलाभर में भारी तबाही मचाई है। घंटों तक चलती रही तबाही ने हजारों पेड़ जड़ों से उखाड़ दिए या तोड़ डाले, सेब, पलम, नाशपाती, आम, खुमानी, आड़ू समेत फलदार पौधों को भारी नुकसान हुआ और तूफान ने पेड़ों को लगभग खाली कर दिया और जमीन पर फलों के ढेर लगा दिए। इसके अलावा बिजली, टेलीफोन के खंबों के साथ सैंकड़ों घर गोशालाओं की छत्तें उड़ गई। भले ही कोई जानी नुकसान नहीं हुआ मगर करोड़ों की संपति इस तूफान ने लील ली। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि शुरूआती आकलन के मुताबिक तूफान और बारिश से जिला में करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
प्रशासन सामान्य स्थिति की बहाली को प्रयासरत
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन भयंकर तू्फान और भारी बारिश से पैदा हालात को जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारी लगातार फील्ड में डटे हैं। प्रभावितों को हर संभव मदद मुहैया करवाने के साथ ही सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है।
बिजली की लाईनों, घरों और फसलों को नुकसान
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि तूफान से पेड़ों के बिजली की तारों पर गिरने से रविवार रात को जिला में 2500 बिजली ट्रांसफार्मर डाउन हो गए थे, जिससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई । इनमें से 1000 ट्रांसफार्मर को सोमवार की सुबह ही ठीक कर लिया गया हैए बाकी को भी ठीक करने का काम तेजी से चल रहा रहा है।
इसके अतिरिक्त सोमवार सुबह तक प्राप्त सूचना के मुताबिक जिला में 30 घर पूर्ण या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा 26 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। शुरूआती आकलन में तूफान के चलते करीब 70 लाख रुपए की सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान हुआ है। कृषि और बागवानी विभाग को 60 लाख रुपए से अधिक की हानि हुई है। बागवानों की सेब की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
आपात स्थिति में 1077 पर करें कॉल
उपायुक्त ने मानसून सीजन के दृष्टिगत लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन में बारिश और तूफान आदि से नुकसान की आशंका बनी रहती है। इसलिए सभी लोग सतर्क रहें और जरूरी एहतियात बरतें। किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री नंबर 1077 पर कॉल करें। ये नंबर 24 घंटे चालू है।