स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज यहां 102 और 108 एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन और रखरखाव पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए एम्बुलेंस सेवा प्रदाता को अपनी सेवाओं में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता से शिकायतें मिली हैं कि कंपनी मानदंडों के अनुसार एम्बुलेंस नहीं चला रही है। यह भी देखा गया है कि एम्बुलेंस और संबंधित सेवाएं या तो क्रियाशील नहीं हैं या उनका रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस सेवा प्रदाता पर मरीजों को आवश्यक सेवाएं प्रदान करने की महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी है और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने में किसी भी प्रकार की चूक पर सरकार द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों द्वारा जन प्रतिनिधियों के ध्यान में यह बात लाई गई है कि एम्बुलेंस सेवा प्रदाता द्वारा चलाई जा रही 102 व 108 एम्बुलेंस में या तो बुनियादी सुविधाओं, जैसे कि सहायता प्रदाता, ऑक्सीजन सिलेंडर या अन्य चिकित्सा उपकरण का अभाव है या फिर इन बुनियादी सुविधाओं का पर्याप्त रखरखाव नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही इन सेवाओं में सुधार नहीं किया गया और लोगों की असुविधाओं के चलते शिकायतें जारी रहीं, तो सेवा प्रदाता के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक प्रियंका वर्मा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. गोपाल बेरी, उप निदेशक (कानूनी), निदेशालय स्वास्थ्य सेवाएं, अंकिता वर्मा और कंपनी के हितधारक बैठक में उपस्थित थे।