शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने धर्मशाला में चल रही हिमाचल पुलिस की 51वीं स्पोर्ट्स मीट का समापन किया। इस तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता में तीन जोन जिनमें उत्तरी, मध्य और दक्षिण जोन के अतिरिक्त एक केन्द्रीय इकाई के 500 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में पहली बार महिला पुलिस ने भी भाग लिया। सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। दक्षिण रेंज ने फुटबाल में, केन्द्रीय रेंज ने बास्केटबाल में, केन्द्रीय रेंज ने पुरूष वर्ग व महिला वर्ग में केन्द्रीय रेंज ने वालीवाल में, केन्द्रीय यूनिट ने हैंडवॉल में, दक्षिण रैंज ने कब्बडी तथा उत्तरी रेंज ने एथलेटिक्स में पहला स्थान प्राप्त किया। पुरूष वर्ग में भानू प्रकाश तथा महिला वर्ग में पूजा को सर्वश्रेष्ठ एथलीट घोषित किया गया। उत्तरी रेंज ने खेल और एथलेटिक्स में सर्वश्रेष्ठ टीम का खिताब जीता। सर्वश्रेष्ठ बटालियन ट्रॉफी फर्स्ट आईआरबीएन बनगढ़ ने प्राप्त की। इसके अतिरिक्त विभिन्न स्पर्धाओं में विजेता रहे खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया। शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर पुलिस स्पोर्ट्स मीट की स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपराधिक घटनाओं की रोकथाम तथा नशे के विरूद्ध अभियान चलाने में पुलिस प्रशासन अपनी अह्म भूमिका रहा है। पुलिस ने बदले हुए परिप्रेक्ष्य में समाज की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए नई योजनाएं आरंभ की हैं ताकि पुलिस पर लोगों का भरोसा बढ़ सके। शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के वीर सैनिक एक लक्ष्य लेकर कठिन परिस्थितियों में भी दुर्गम क्षेत्रों में अपने प्राणों व परिवार की परवाह किये बिना देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। उसी तरह पुलिस के जवान भी अपनी सीमाओं पर आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी के लिए पूरे समर्पण और प्रतिबद्धता से कार्य करते हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में पुलिस बल का कल्याण सुनिश्चित बनाने के लिए वचनबद्ध है। प्रदेश पुलिस समर्पण, कठिन परिश्रम, ईमानदारी और प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है। उन्होंने कहा कि खेलकूद मानव जीवन में अपने कर्तव्य के प्रति बोध को जागृत करने और अनुशासन की भावना को प्रगाढ़ करने में सहायक होते हैं। ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन से जहां खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का बेहतर अवसर मिलता है वहीं जीवन में तनाव को कम करने में मददगार होती हैं।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि ऐसे आयोजनों से राज्य के विभिन्न जिलों के खिलाड़ियों में एक साथ मिल कर टीम भावना से अपने विभाग के प्रति समर्पित भाव से काम करने की भावना विकसित एवं सुदृढ़ होती है। ऐसे आयोजन जहां पुलिस को संवेदनशील एवं कर्मठ बनाने में मदद करते हैं वहीं पुलिस को समाज के ज्यादा नजदीक लाने में भी मुख्य भूमिका अदा करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस बल के कुछ उभरते हुए खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में 1063 पुलिस जवानों की भर्ती की गई। जिसमें पुरूष चालक तथा महिला आरक्षी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में 32 वर्ष से अधिक सेवाकाल पूरा करने वाले 965 मानद मुख्य आरक्षी तथा मुख्य आरक्षी की सेवाओं को मानद सहायक उप-निरीक्षक में पदनामित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 7 नई पुलिस चौकियों को उन्नयन, 7 नए थाने तथा 3 महिला थाने खोले गये हैं। उन्होंने कहा कि यातायात उलंघन का मौके पर निपटारा करने के लिए ई-चालान प्रणाली शुरू की गई है जिससे कार्यकुशलता व पारदर्शिता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को 36 हल्के वाहन, 08 मिनी बसें, 03 बड़ी बसें, 03 ट्रक तथा 98 मोटरसाईकल उपलब्ध करवाए गये हैं।