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यूक्रेन से वापस लौटी धर्मशाला की काशिका, ‘रोमानिया बॉर्डर पर धक्का-मुक्की भरा आलम’

डेस्क |

यूक्रेन में बदत्तर हो रहे हालातों के बीच लगातार कई भारतीय देश वापस लौट रहे हैं। इसी कड़ी में यूक्रेन से वापस लौटीं धर्मशाला की प्रशिक्षु डॉक्टर काशिका महाजन का कहना है कि वे काफी परेशानियों के बाद वापस लौट पाई हैं। हमला होने पर पता चला कि उन्हें बॉर्डर तक पहुंचना है जिसके लिए काफी मुश्किलों को सामना भी करना पड़ा।

काशिका के पिता डॉक्टर अंबरीश महाजन केंद्रीय विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान स्कूल के डीन हैं। यूक्रेन बार्डर पर कड़ाके की ठंड के बीच काशिका ने दो दिन वहां बिताए हैं। बार्डर में रहने की तो दूर की बात खाने पीने का भी कोई प्रबंध नहीं था। ऐसे में उन्हें फिर रोमानिया पहुंचाया गया। वहां पहुंचकर भी फ्लाइट की सुविधा नहीं था। ऐसे में चार दिन काशिका रोमानिया में ही रही, लेकिन परिवार के साथ लगातार बातचीत हो रही थी।

उन्होंने अपनी बेटी की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी अवगत करवाया। वहीं केंद्र सरकार की ओर से यूक्रेन से लोगों की वापसी को लेकर चल रहे अभियान के तहत उनकी बेटी वापस आ गई है। यूक्रेन बार्डर एरिया में काशिका को कुछ चोटें भी आई हैं, बाकि वह पूरी तक सकुशल पहुंच गई है।

काशिका ने कहा कि उनकी पढ़ाई पूरी होने को अब तीन माह शेष रह गए हैं। यूक्रेन के हालातों को देखकर कुछ सही नहीं लग रहा है। इसलिए उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है कि ऐसे विद्यार्थियों के लिए अपने ही वतन में कोई प्रबंध किया जाए ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। बेटी की वतन वापसी के लिए उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार के अलावा सीयू कुलपति प्रो. एसपी बंसल, प्रो. लोकेश ठाकुर, डा. विशाल सूद, डा. सुनील ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।