धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के विधायक विशाल नेहरिया ने अपने एक साल के कार्यकाल में जहां पर्यटन को पंख लगाने के लिये कार्य किया है वहीं किसानों के सम्मान के लिये भी भरसक प्रयास किये हैं। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण डल झील के संरक्षण के लिये एनआईटी मंडी विशेषज्ञों से सहायता ली गई है। अब डल झील का संरक्षण विशेषज्ञों की राय से ही किया जायेगा। इसके अलावा गुणात्मक शिक्षा के लिये होटल मैनेजमंेट संस्थान और अटल आदर्श विद्यालय जैसे संस्थान धर्मशाला की झोली में डाले हैं। एक साल में कृषि विभाग के माध्यम से क्षेत्र के किसानों को 64.86 लाख रुपये तथा बागवानी विभाग माध्यम से 12 लाख 14 हजार 42 रुपये के लाभ उपदान के रूप में विभिन्न किसानों को पहुंचाये गये हैं।
शुक्रवार को विधायक विशाल नेहरिया ने अपने एक साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। विधायक ने कहा कि धर्मशाला विधान सभा क्षेत्र में करीब 4 हजार परिवारों के घरों में पानी के नल नहीं थे, जीत के पहले दिन ही इन घरों में नल पहुंचान का लक्ष्य रखा गया था, इन घरों में पेयजल पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है। चुनावों से पूर्व नेता नहीं बेटा बनकर धर्मशाला की जनता की सेवा करने का प्रण लिया था, उसी प्रकार ईमानदारी से जनता की सेवा का कार्य कर रहा हूं।
विधायक द्वारा करवाए गए कुछ मुख्य विकास कार्य-
राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला को उत्कृष्ट महाविद्यालय का दर्जा मिला है। महाविद्यालय के विकास के लिये सरकार से 4 करोड़ रुपये की धनराशि मिलेगी।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में धर्मशाला अस्पताल के 300 बैड पर पाईप लाईन के माध्यम से आक्सीजन सुविधा उपलब्ध करवाई गई। अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के लिये 11 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाये गये हैं।
धर्मशाला महाविद्यालय में निर्माणाधीन साईंस ब्लॉक के लिये 30 लाख रुपये की ग्रांट दी गई जबकि रूसा के तहत 1.50 करोड़ प्रदान की गई।
विधानसभा क्षेत्र में पेयजल और सिंचाई योजनाओं पर अभूतपूर्व कार्य किए।
धर्मशाला में पर्यावरण संरक्षण के लिये करीब 45,115 पौधे रोपित किये गये हैं। 123 घरों में एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत 615 पौधे रोपित किये गये हैं।
धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में 12.585 किलोमीटर सड़कों का सुधारीकरण किया गया है।
कोरोना महामारी के बीच लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए बेटा हेल्पलाइन शुरू की गई। जिसमें बिजली, पानी, राशन, पास सहित अन्य समस्याएं आ रही हैं। इसके अलावा लॉकडाउन के बीच में लोगों के मनोरंजन के लिये 14 दिन 14 प्रतियोगितायें और शहर में लोगों को जागरूक करने के लिये कोरोना भूत भेजा गया था।
इसके अलावा एतिहासिक धुम्मू शाह मेला को जिला स्तरीय घोषित करवाने का प्रयास जारी है। छावनी बोर्ड योल के सात वार्डों की जनता की समस्याओं को विधान सभा में प्रमुख्ता के साथ उठाया गया है।