नगर निगम धर्मशाला के वार्ड चार कश्मीर हाउस के लोग सोमवार को नगर निगम के मेयर देवेंद्र जग्गी से मिलने पहुंचे। किसी ने आपत्ति जताई थी कि वार्ड 4 के कुछ लोग वार्ड तीन के हैं। जिस पर लोगों ने मेयर देवेंद्र जग्गी के समक्ष उपस्थित होकर अपनी स्थिति स्पष्ट की। यह लोग वार्ड चार के खुलेड़ गांव के थे, जो कि अब नगर निगम में शामिल हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम बनने के बाद वर्ष 2016 की वोटर लिस्ट में भी उनका नाम वार्ड चार में थे, जबकि किसी द्वारा आपत्ति जताने से उन्हें वार्ड तीन में धकेलने का दबाव बनाया जा रहा है। जिस पर लोगों ने मेयर से मिलकर अपनी स्थिति से अवगत करवाया।
नगर निगम के मेयर देवेंद्र जग्गी ने बताया कि खुलेड़ गांव के लोग आज मिलने आए थे, जिन्होंने अपने वोट वार्ड चार में बनवाएं हैं। किसी ने शिकायत की है कि यह लोग वार्ड 3 के हैं और गलती से वार्ड 4 में वोट बन गया है या उन्होंने बनवा लिए हैं। लोगों का कहना है कि वे वार्ड 4 में ही रहना चाहते हैं और वार्डबंदी में भी उनके घर वार्ड 4 में ही थे। लोगों ने वर्ष 2016 की नगर निगम की वोटर लिस्ट दिखाई है, जिसमें भी उनके वोट वार्ड 4 में ही हैं। कुछ लोग तो वो हैं, जिन पर आब्जेक्शन लगा है, वहीं शेष लोग भी वार्ड 4 में ही रहना चाहते हैं। मुझसे से मिलने आए लोगों को एसडीएम धर्मशाला से मिलने भेजा है और आज ही अपील की अंतिम तारीख भी है।
गांव खुलेड़ की महिला ने कहा कि हम मजबूरन नगर निगम के मेयर से मिलने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि किसी ने आपत्ति दर्ज की है कि हम वार्ड 4 के न होकर वार्ड 3 के हैं। वर्ष 2016 में जो वार्डबंदी हुई थी, तब से हम वार्ड 4 में ही थे। धर्मशाला नगर निगम बनने के बाद कुछ लोगों ने आपत्तियां लगाई कि हम वार्ड 4 के नहीं, बल्कि तीन के हैं। धर्मशाला तहसीलदार के मुताबिक वार्ड चार के ही हैं।