Categories: हिमाचल

कोरोना काल में गरीबों के लिए मददगार साबित हो रहा धर्मशाला का हैल्पिंग हैंड ग्रुप

<p>कोरोना काल में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए दिहाड़ी लगाकार गुजारा करने वाले परिवार आज भी दो वक्त की रोटी के लिए बेबस और लाचार दिख रहे हैं। हालांकि सरकार और प्रशासन भले ही गरीबों तक राशन पहुंचाने के दावे करता हो लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो गरीबों की सच्चाई कुछ और ही है? बीते 24 मई को धर्मशाला स्मार्ट सिटी में रह रहा एक परिवार राशन खत्म होने के बाद किसी को फोन कर राशन मुहैया करवाने की बात करता है। इस गरीब परिवार ने जिसके माध्यम से राशन के लिए फोन किया उन्होंने कोरोना काल में सोशल मीडिया के माध्यम से Whatsapp पर धर्मशाला में हैल्पिंग हैंड नाम का एक ग्रुप बनाया था। यह ग्रुप कोरोना संकट में इन गरीबों की आवाज को रखता है।</p>

<p>महज चंद मिनटों के बाद ही इस ग्रुप में जुड़े लोगों के फोन आने शुरु हो जाते हैं कि बताएं किसने परिवारों को राशन मुहैया करवाना है। गरीबों की आवाज को सुनने वाले इस ग्रुप में धर्मशाला विधानसभा चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी किस्मत अजमाने वाले युवा समाजसेवी पंकज शर्मा (पंकु) अगले ही दिन 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, दालें, चीनी, और अन्य सामान लेकर गरीब परिवार के पास पहुंच जाते है। देखने योग्य बात तो यह थी कि आलू और प्यास वे लाना भूल गए लेकिन उन्होंने गरीब परिवार को मौके पर ही कुछ सहायता राशि देकर कहा कि अगर उन्होंने दोबारा भी राशन और किसी अन्य सामान की जरुरत हो तो वे उन्होंने फोन करके बता सकते है।</p>

<p>गरीब लोगों की मदद के लिए बनाया गया यह ग्रुप सहीं मायनों में हैल्पिंग हैंड ग्रुप कहलाने का हकदार बन गया।&nbsp; कभी इस ग्रुप को बनाने वाले अमित कुमार ने सोचा नहीं होगा कि उनका यह ग्रुप सही मायनों में गरीबों के हर दर्द को अपना समझेगा। आज इस ग्रपु में सैकड़ों लोग गरीबों की सहायता के लिए आगे आते हैं। इस ग्रुप में जैसे ही कोई दिक्कत किसी गरीब और जरुरत मंद की पहुंचती है ग्रुप में जुड़े सभी लोग अपना-अपना योगदान देना शुरु कर देते है।</p>

<p><span style=”color:#c0392b”><strong>अंतिम संस्कार के लिए भी मुहैया करवाते हैं मदद</strong></span></p>

<p>हैल्पिंग हैंड ग्रुप आज स्मार्ट सिटी में रहने वाले जरुरतमंद लोगों के लिए सहारा बनाता जा रहा है। बीते दिनों दाड़ी क्षेत्र में किराए के मकान में रहने वाली पांगी की छात्रा की आत्महत्या के बाद उसके शव को जलाने के लिए इस ग्रुप में जुड़े शैलेन्द्र आचार्य ओर प्रदीप कुमार (देवा भाई) ने आगे आते हुए लकड़ी से लेकर अंतिम संस्कार के सारे खर्च को वहन किया।</p>

Samachar First

Recent Posts

नर्सिंग डे पर फोर्टिस कांगड़ा में धमाल

नर्सिंग डे पर फोर्टिस कांगड़ा में धमाल प्रथम महिला नर्स फ्लोरैंस नाइटिंगेल को किया याद…

1 hour ago

मंडी: सराज के बागीचुनोगी के कचरे से पुणे में बनेगा जरूरत का सामान

अच्छी पहलः सराज के बागीचुनोगी के कचरे से पुणे में बनेगा जरूरत का सामान, प्रधानाचार्य…

1 hour ago

हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है मदर्स डे

'मां' की एक दुआ जिन्दगी बना देगी, खुद रोएगी मगर तुम्हें हंसा देगी, कभी भूल…

1 hour ago

कांगड़ा घाटी में रेल सुविधा शुरू होने से लोगों में खुशी की लहर

कांगड़ा घाटी में रेल सुविधा शुरू होने से लोगों में खुशी की लहर. पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे…

1 hour ago

“माँ……..सूक्ष्म शब्द…….गहन विश्लेषण”

माँ कितना सूक्ष्म शब्द है, पर उसके भीतर छिपी गहराई, विशालता और प्रगाढ़ता कितनी अनंत…

19 hours ago

पांचवीं बार 5 लाख वोटों से जीतेंगे अनुराग ठाकुर: जयराम ठाकुर

हमीरपुर: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हमीरपुर में भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के समर्थन में आयोजित…

20 hours ago