डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्रादिखरण की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में डीसी ने कहा कि ट्रेकिंग रूट्स का डिजीटल मैप तैयार किया जाएगा। साथ ही ट्रेकिंग के पंजीकरण को भी जरूरी किया जाएगा। इसके लिए पंजीकरण प्वाइंट भी निर्धारित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ट्रेकर्स का ब्यौरा प्रशासन के पास मौजूद रहे। इसके लिए सभी उपमंडलाधिकारियों एवं वन विभाग के अधिकारियों को आवश्य दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
राकेश प्रजापति ने कहा कि बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की सुचारू मॉनिटरिंग की जाए और प्रभावित परिवारों को राहत राशि तुरंत प्रदान की जाए इस बाबत नियमित तौर पर जिला प्रशासन को रिपोर्ट देना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सुरक्षित निर्माण कार्य पर विशेष बल दिया जाएगा इस के लिए मिस्त्रियों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम का प्लान भी तैयार किया गया है। इसमें आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ मिस्त्रयों को भूंकपरोधी भवन निर्माण के बारे में विस्तार से प्रशिक्षित करेंगे ताकि आपदा की स्थिति में भवन सुरक्षित रहें।
डीसी ने कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील भवनों को चिह्न्ति तथा खाली करवाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। इसके साथ ही असुरक्षित घोषित स्कूलों के भवनों को तुरंत डिस्मेंटल करने के लिए भी कारगर कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत प्रत्येक उपमंडल में एक-एक हेलीपैड के लिए भी भूमि चयनित करने के दिशा निर्देश उपमंडलाधिकारियों को दिए गए हैं ताकि आपात समय में चौपर इत्यादि की लैडिंग के लिए बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि हेलीपैड के लिए भूमि चयनित करने के पश्चात हेलिपेड विकसित करने का प्लान भी समय पर तैयार किया जाए।