जेलों में सजा काट रहे कैदियों को घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन हिमाचल की जेलों में इस नजरिए को बदलने का जो काम पुलिस महानिदेशक जेल सोमेश गोयल ने किया उसकी देशभर में चर्चा हुआ। सोमेश गोयल ने न केवल कैदियों की दशा को सुधारने के प्रति कदम बढ़ाए बल्कि उनके जीवन को नई दिशा भी दी। जेल को रोजगार से जोड़कर कैदियों के हाथ को काम दिया और उन्हें पैसा कमाने का मौका दिया। इतना ही नहीं सजायाफ्ता कैदियों को जेल की चारदीवारी से निकालकर काम देकर जीना सिखाया।
आइपीएस अधिकारी गोयल ने जेलों में तैनाती के दौरान कैदियों के कल्याण के लिए कई नए सुधार किए। वह आज ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं। वाइल्ड फोटोग्राफी उनका शौक है जिसको वह सेवानिवृत्त होने के बाद भी जारी रखना चाहते हैं। 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी सोमेश गोयल जुलाई 2017 में हिमाचल के डीजीपी बने थे। राज्य में सत्ता बदलने के बाद इन्हें डीजी जेल के पद पर तैनाती दी गई। एमडीयू रोहतक से एमए अंग्रेजी बीजेएमसी की पढ़ाई करने वाले सोमेश गोयल ने कॉलेज में करीब तीन साल बतौर प्रवक्ता पढ़ाया। इसके बाद 1984 में आईपीएस में चयन हो गया।