केंद्र सरकार के ई-नेम प्रोजेक्ट की हिमाचल में दुर्गति हो रही है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हिमाचल की 19 मंडियों को ऑनलाइन किया जाना था, लेकिन सोलन मंडी को छोड़कर प्रदेश की 18 मंडियों में ऑनलाइन उपकरण धूल फांक रहे हैं। जयराम सरकार में कृषि मंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में बड़ी गड़बड़ियां हुई हैं, जिनकी जल्द ही जांच की जाएगी।
प्रोजेक्ट के माधय्म से केंद्र ने 6 करोड़ रुपया सभी मंडियों के लिए दिया था और सभी मंडियों को बकायदा 30-30 लाख की राशि भी दी गई है। बावजूद इसके अभी तक न तो स्टाफ ढंग से काम कर रहा है और जो उपकरण ख़रीदें गए हैं वे इस्तेमाल में हैं। यहां तक कि किसानों को इस प्रोजेक्ट से अभी तक कोई लाभ नहीं पहुंचाया गया।
बरसात से 51 लाख की सब्जियां बर्बाद..
कृषि मंत्री ने बताया कि 31 जुलाई तक प्रदेश में हुई बरसात से 51 लाख सब्जियों का नुक्सान हुआ है। पिछले साल बारिश से फसलों को 127 करोड़ का नुक्सान पहुंचा था। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस मर्तबा ये नुक्सान दोगुना हो सकता है।