पूरे हिमाचल प्रदेश में आज हिमाचल दिवस को मनाया जा रहा है। कोरोना को देखते हुए इस बार कार्यक्रमों में पूरी सावधानी बरती जा रही है। वहीं, धर्मशाला पुलिस ग्राउंड में जिला स्तरीय हिमाचल दिवस के रूप में मनाया गया जिसमे विधानसभा के अध्य्क्ष विपिन सिंह परमार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की हैं। उन्होंने समारोह के अवसर पर राष्ट्र ध्वज फहराया। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। इसके पश्चात, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में विपिन सिंह परमार ने स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निस्वार्थ त्याग और बलिदान को याद किया। उन्होंने बहुमूल्य सेवाओं के लिए भारतीय सेनाओं के जवानों का भी आभार जताया।
उन्होंने हिमाचल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह सुन्दर पहाड़ी प्रदेश आज ही के दिन 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के साथ अस्तित्व में आया था। राज्य की समृद्ध संस्कृति, उच्च परम्पराएं और असीम प्राकृतिक सौंदर्य, देव भूमि की विशिष्ट पहचान है। 15 अप्रैल, 1948 को अस्तित्व में आने के बाद इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश ने तेजी से विकास का सफर तय किया है तथा कठिन भौगोलिक परिस्थितियां, दुर्गम क्षेत्र और अन्य जटिलताएं भी यहां के मेहनती लोगों के हौंसले और साहस को कम नहीं कर पाई।
वहीं, विधानसभा के अध्य्क्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि हिमाचल दिवस के कार्यक्रम में शिरकत की है आज शहीदों को श्रधांजलि अर्पित करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश शून्य से शिखर की ओर बड़ा है जिसका श्रेय प्रदेश की जनता को जाता है वर्तमान सरकार जो कार्य कर रही है उन्हें आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा कि प्रदेश स्वर्णिम इतिहास को मना रहा हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं हमारी अपील है कि सावधानी बरतें।