डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने गगल एयरपोर्ट के आसपास स्थापित 'मोबाईल टावरों' को अन्य जगह स्थानांतरित करने और रनवे की ओर दीवार के साथ लगते पेड़ों की छंटाई की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के साथ लगते गांवों के लोग एयरपोर्ट क्षेत्र चारदिवारी को लांघ कर एयरपोर्ट के अंदर न आयें, ऐसा करने पर 3 साल तक की सजा का प्रावधान है। यह बात उन्होंने एयरपोर्ट पर्यावरण समिति एवं विमान क्षेत्र समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कही।
इसके अलावा उन्होंने एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में खुले में कूड़ा-कचरा न फेंकने के निर्देश दिए हैं। इस बारे में उन्होंने संबंधित अधिकारियों, पंचायतों और नगर परिषद् के प्रतिनिधियों को गगल एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में कूड़ा-कचरा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था करने को कहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के आसपास खूले में कूड़ा-कचरा फेंकने से पक्षी और जीव-जंतु वहां मंडराते हैं जो विमानों की सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।
बैठक में गग्गल एयरपोर्ट के मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रशांत गुप्ता ने एयरक्राफ्ट एंटी हाईजैक नीति एवं योजना पर प्रकाश डाला। प्रभारी ए.टी.सी. गौरव कुमार ने विमान क्षेत्र पर्यावरण प्रबंधन पर प्रैजेंटेशन दिया और उपस्थित सदस्यों को पक्षियों एवं अन्य वन्य जीव-जंतुओं की विमान क्षेत्र में बढ़ती गतिविधियों से हवाई जहाजों को होने वाले खतरे के बारे में अवगत करवाया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं गग्गल एयरपोर्ट के साथ लगती ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं उपप्रधान एवं एयरपोर्ट प्राधिकरण के सदस्य मौजूद रहे।