मंडी: दुनिया भर में जंगली खा़द्य फलों को प्रचारित प्रसारित करने व इन्हें ग्रामीण आर्थिकी के साथ जोड़ने वाले उद्यान विज्ञानी डॉ चिरंजीत परमार जिनका 15 दिसंबर को मंडी में निधन हो गया था, को श्रद्धांजलि देने के लिए मंडी के विजय स्कूल ओल्ड एसोसिएशन द्वारा घंटाघर मंडी में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में शहर की सभी संस्थाओं के प्रतिनिधि पहुंचे।
अनिल शर्मा प्रधान ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन मंडी ने सभा का संचालन करते हुए कह डॉक्टर चिरंजीत परमार के बारे में स्थानीय स्तर पर कला संस्कृति, साहित्य व संगीत के क्षेत्र में उभरती प्रतिभाओं को दी गई सहायता के बारे में बताया।
विनोद बहल संयोजक मेरे अपने नए यह भी बताया कि किस तरह से स्थानीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए दिवंगत डॉ परमार जी के आवाहन पर मंडी पीडिया डॉट कॉम वेबसाइट का जन्म हुआ और इसमें किस तरह से डॉक्टर परमार जी ने अपना अमूल्य योगदान और मार्गदर्शन करते हुए इसे शीघ्र लोगों में लोकप्रिय बना दिया।
इस अवसर पर नगर निगम मंडी की उपमहापौर माधुरी कपूर व काउंसलर वीरेंद्र आर्य, निर्मल वर्मा व हरदीप सिंह राजा ने भी डॉक्टर परमार जी के साथ नगर की बीस विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ओम प्रकाश कपूर, हितेंद्र शर्मा, शमशेर सिंह मिन्हास, अनिल शर्मा, विनोद बहल, उमेश कुमार, हरीश कुमार, अशोक अवस्थी, ओम प्रकाश कपूर, गजेंद्र बहल, दिनेश मल्होत्रा, रणपत सिंह राणा, नरेंद्र कौशल, तारा चंद पटयाल, हरमीत बिट्टू, नीरज हांडा, नरेंद्र सैनी, दिनेश गुप्ता राजकिशन, उत्तम चंद सैनी, हितेंद्र शर्मा, नवीन बहल, बीरबल शर्मा, अजय सहगल, उमेश शर्मा जोगिंदर कपूर, जोगेंद्र व सेवा निवृत तहसीलदार इंद्र सिंह ठाकुर ने भी अपने श्रद्धा सुमन दिवंगत आत्मा को अर्पित किए। उनकी याद में दो मिंट का मौन भी रखा गया। वक्ताओं ने कहा कि मंडी ने एक ऐसा हीरा खो दिया है जिसने मंडी का नाम पूरे संसार में रौशन किया। उनकी कमी कभी पूरी नहीं हो पाएगी।