हिमाचल चाहे स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने के लाख दावे कर ले लेकिन वास्तविकता कुछ और ही नज़र आती है। तीसा सिविल का अस्पताल मात्र एक डॉक्टर के सहारे चल रहा है। हैरानी की बात ये है कि इस अस्पताल पर 47 गांव की लगभग 90 हज़ार आबादी निर्भर करती है। इसको लेकर इलाक़े में विरोध के स्वर भी सुनाई दे रहे है।
बता दें कि कुछ माह पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तीसा का दौरा किया था। लोगों को उनसे काफी उम्मीदें थी। यहां आकर सीएम ने इस अस्पताल को 100 बेड देने का आश्वासन दिया। 100 बिस्तर तो नहीं मिले, लेकिन सरकार ने डॉक्टर्स के तबादले जरुर कर दिए।
मामला क्योंकि विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज के क्षेत्र का है। इसलिए उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस बारे में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को अवगत करवा दिया गया है और मांग उठाई गई है कि जल्द ही तीसा में डॉक्टरों और स्टॉफ की नियुक्ति की जाए सीएम ने भी आश्वासन दिया है। अब उम्मीद है कि जल्द ही तीसा अस्पताल को जरूरी स्टॉफ मिलेगा।
क्या कहते हैं लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां एक डॉक्टर है, बाकी डॉक्टर्स के तबादले कर दिए गए हैं। एक डॉक्टर कैसे सबका इलाज कर पाएगा। लोगों ने बताया कि यहां एक लाख के करीब आबादी है और हर दिन 250 से 300 तक ओपीडी में मरीज आते हैं। जयराम सरकार से उन्होंने जल्द डॉक्टरों के पद भरे जाने की मांग की है। अस्पताल में तैनात एकमात्र डॉक्टर गौरव कुमार का कहना है कि स्टाफ की कमी के चलते भारी परेशानी हो रही है।