हिमाचल में बनाई जा रही दवाओं के सैंपल मानकों पर सही नहीं रहे है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के जारी ड्रग अलर्ट में देशभर की 31 दवाओं में से हिमाचल प्रदेश के 7 उद्योगों की 8 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इसमें से आठ दवाओं और इंजेक्शन के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला एक स्टेरिल वॉटर शामिल हैं।
सीडीएससीओ के अलर्ट के बाद दवा नियंत्रक ने हिमाचल की फार्मा कंपनियों को नोटिस जारी कर पूरा स्टॉक बाजार से हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि देश भर में सोलन से 20 फीसदी दवाएं सप्लाई होती हैं।
इनमें से औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के 4, जबकि ऊना, कांगड़ा व पांवटा की एक-एक कंपनी का यह सैंपल फेल हुआ है। सीडीएससीओ की जांच में प्रदेश के नामी दवा उद्योगों में निर्मित दवाओं के अलावा यूपी, पंजाब, हैदराबाद, बैंगलौर, गुजरात, हरियाणा, न्यू दिल्ली, फलगार वेस्ट, दिल्ली, मध्य प्रदेश की दवाएं भी शामिल है।