कोरोना फ़ैलने के डर से एक तरफ़ जहां एचआरटीसी की एसी और वोल्वो बसें बन्द है दूसरी तरफ़ हिमाचल प्रदेश में अवैध रूप से कई वॉल्वो सड़कों पर दौड़ रही हैं। ये अधिकतर बसें दिल्ली से शिमला, मनाली और धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों तक चलती है। सूत्रों के मुताबिक़ प्रदेश में 1400 से ज्यादा अवैध रूप से सवारियों को ढो रही हैं। शिमला सहित सभी पर्यटक स्थलों में ये वॉल्वो धड़ल्ले से चल रही है। जिससे परिवहन निगम को करोड़ों का घाटा उठाना पड़ रहा है।
ऐसा भी नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस या फ़िर निगम को न हो लेकिन ऐसी भी जानकारी है कि ये बसें मिलीभगत से सड़कों पर दौड़ रही हैं। बाबजूद इसके इस पर कोई कार्यवाई नहीं की जाती है। सूचना तो ये भी है कि दिल्ली से अधिकतर बसें चलती हैं। इन वॉल्वो में शिमला के किराया 1000 रुपया तक का हैं। कोरोना से पहले तो ये बसें चलती है थी, अब जब एचआरटीसी ने वॉल्वो और एसी बसें बन्द कर रखी है तब भी निज़ी बस ऑपरेटर अवैध रूप से इन बसों में सवरियां ढो रहे हैं।
यहां देखें अन्य बसों की समय सारिणी
ये वॉल्वो टूरिस्ट बसें सवारियां तो लाती ही है साथ में दुकानदारों का समान भी लाद कर लाती हैं। जिससे जीएसटी भी चोरी हो रहा है। जिससे प्रदेश को दोहरा घाटा हो राह है। बावजूद इन बसों को कंही भी रोका नही जाता है। ये निज़ी कंपनी की बसें है जो हिमाचल के पर्यटक स्थलों में लगातार दौड़ रही है। शिमला में बाई पास तक ये बसें आती है। इनकी ऑनलाइन बुकिंग हो रही है बाबजूद इसके इन बस ऑपरेटरों के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाई नहीं होती।