प्रदेशभर में मूसलाधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। कहीं पेड़ गिर रहे हैं तो कहीं भूस्खलन से प्रदेश में सड़कों के कई रूट बंद हो गए हैं।
बारिश और लैंड स्लाइड से हुई तबाही के कारण राज्य के 73 सड़क मार्ग बंद हो गए हैं। सबसे ज्यादा असर शिमला और सिरमौर में देखने को मिला। शिमला में 29 और सिरमौर में 21 सड़के बंद हुईं जबकि कुल्लू में 17 सड़क मार्ग बंद हुए हैं। इसके अलावा कई क्षेत्रों में लाखों रुपये की फसलें भी तबाह हुई हैं।
हिमाचल के सबसे बड़े हाइड्रो प्रोजेक्ट नाथपा-झाकड़ी में सिल्ट की मात्रा बढ़ने से बिजली उत्पादन पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है। सतलुज नदी पर बने परियोजना के बांध से पानी की निकासी शुरू की जा रही है। डैम प्रशासन की मानें तो बांध से 15 सौ क्यूमिक्स पानी छोड़ा जा रहा है जिससे सतलुज का जलस्तर एकदम से बढ़ जाएगा और इसके लिए अलर्ट जारी कर सतलुज नदी के किनारों पर लोगों को जाने से मना किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में मैदानी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 29 जुलाई तक मानसून की रफ्तार धीमी रहेगी। 31 जुलाई को पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा और राज्य में मानसून रफ्तार पकड़ेगा।