<p>देश की सबसे बड़ी 1500 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना नाथपा-झाकड़ी में बिजली उत्पादन ठप हो गया है। सोमवार को सतलुज नदी में सिल्ट की मात्रा बढ़ने से नाथपा डैम के फाटक खोल दिए गए, जिसमें 1500 क्यूविक पानी डैम से छोड़ा गया।</p>
<p>प्रबंधन का कहना है कि एक तरफ जहां सतलुज में सिल्ट बढ़ी थी, वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट के बांध की फ्लशिंग करना जरूरी हो गया था। इतना ही नहीं फ्लशिंग के कारण परियोजना प्रबंधन को प्रतिदिन करीब नौ करोड़ का नुकसान भी वहन करना पड़ता है।</p>
<p>जिसका कारण यह है कि रूटीन में इन प्रोजेक्ट से हर दिन 15 लाख यूनिट बिजली उत्पादित होती है, लेकिन जिस दिन यहां पर बांध की फ्लशिंग की जाती है, उस दिन पूरी तरह से बिजली का उत्पादन बंद रहता है।</p>
<p>वहीं, परियोजना प्रबंधन ने फ्लशिंग के पहले आम लोगों को सूचित किया है कि वे सतलुज के किनारे न जाएं। फ्लशिंग के कारण सतलुज का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है।</p>
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