अभी हाल ही में शुरू की गई ई-टैक्सी सेवा को ऊना में बंद कर दिया गया है। इस सेवा को कुछ समय पहले ही लोगों की सुविधा के लिए शुरू किया गया था लेकिन, अब इसे बंद कर दिया गया है। जिससे एचआरटीसी कर्मियों में भी रोष पाया जा रहा है।
एचआरटीसी के संयुक्त समनव्य समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि कुछ स्थानीय ऑटो रिक्शा चालकों ने राजनिति में प्रभाव रखने वाले लोगों के साथ मिलकर सरकार की ओर से चलाई गई प्रदूषण रहित और ध्वनि रहित इलैक्ट्रिक टैक्सियों को बंद करवा दिया है।
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संजीव ने कहा कि बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि सरकार ने जन हित में चालाई गई इलेक्ट्रिक बसें स्थानीय ऑटो चालकों के दवाव में बंद करवा दी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रदूषण कम करने को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन यहां तो सरकार ने प्रदूषण इलैक्ट्रिक टैक्सियां ही बंद करवा दी।
एचआरटीसी कर्मियों ने मांग पत्र के जरिए परिवहन मंत्री, क्षेत्रीय प्रबंधक और प्रबंध निदेशक से इलैक्ट्रिक टैक्सियों को चलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह सब ऑटो रिक्षा चालकों के दवाब में आकर प्रशासन ने किया है। लोगों को कम किराए में बेहतरीन सुविधा मिल रही थी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस सुविधा को दौबारा से शुरू किया जाए।