अब पुलिस को शिकायत करना बहुत ही आसान हो जाएगा। जिलों की ला एंड आर्डर की एक त्रैमासिक बैठक हुई। यह जिला कांगड़ा पुलिस अधीक्षक कार्यालय धर्मशाला में नोर्दन जोन कांगड़ा-चंबा व ऊना हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी सीता राम मरढ़ी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई। बैठक में कहा गया कि अब पुलिस को किसी भी अपराध के घटित होने या उसकी पूर्व सूचना देने के लिए पुलिस थाने पहुंचने और पुलिस के नंबरों में फोन करने के चक्कर में परेशान नहीं होना पड़ेगा।
अपने स्मार्ट मोबाईल की हाईटेक एप्प में मात्र एक क्लिक करेंगे, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल और मुजरिम के पास पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं मोबाईल एप्प से घटना और अपराध व अपराधी की सूचना देने वाले व्यक्ति का पुलिस के बड़े से बड़े अधिकारी को भी कोई पता नहीं लगेगा। लेकिन पुलिस एप्प में दी गई एक छोटी सी जानकारी पुलिस के बड़े अधिकारियों के पास भी पहुंचेगी। इस एप्प से सूचना मिलने के बाद पुलिस को उस पर तुरंत कार्रवाई करने के सख्त निर्देश जारी होंगे।
बैठक में एडीजी श्याम ठाकुर नेगी और आईजी पुलिस डीके यादव सहित कांगड़ा के एसपी संतोष पटियाल, ऊना एसपी दिवाकर शर्मा, चंबा एसपी मोनिका भंटगरू सहित सभी पुलिस अधिकारी और एसएचओ भी मौजूद रहे। इस दौरान हिमाचल प्रदेश सहित नोर्दन जोन के क्राईम के विभिन्न पक्षों को लेकर विचार-विमर्श किया गया।यह बैठक वर्ष 2019 के तीन माह में प्रदेश भर में अब तक 48.5 प्रतिशत और नोर्थ जोन में 27.04 प्रतिशत की वृद्धि मामले दर्ज़ होने में हुई है।
इस बार प्रदेश में अब तक 6208 जबकि नोर्थ जोन में 1949 मामले दर्ज हुए हैं। प्रदेश में हत्या के 16 व नोर्थ जोन में छह मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें कुछेक को सुलझा लिया गया है, जबकि अन्य में जांच चल रही है। इसके साथ ही हत्या के प्रयास में प्रदेश भर में 16 और नोर्थ जोन में चार दर्ज हुए हैं। चोरी के प्रदेश भर में 153 जबकि नोर्थ जोन में 43 मामले, सेंधमारी के प्रदेश में 228 जबकि नोर्थ जोन में 31 मामले अब तक दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा इस वर्ष बालात्कार के प्रदेश भर में 92 मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें नोर्थ जोन कांगड़ा में 27 मामले हैं।
डीजीपी सीता राम मरढ़ी ने सभी पुलिस अधिकारियों को लॉ एंड आर्डर में सुधार करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें यातायात व्यवस्था को सुधार कर दुर्घटनाओं को कम करने सहित साईबर क्राईम पर भी अंकुश लगाने की बात कही है। अब तक प्रदेश पुलिस ऑनलाईन फ्रॉड और ऑनलाईन नशे का कारोबार करने वाले मामले सुलझाने में कामयाब नहीं हो पाई है, इसके लिए भी उन्होंने जल्द ही सुधार करने की बात कही है।